हरिद्वार: कोरोना वायरस ने कई देशों के साथ-साथ भारत में भी अपना प्रकोप दिखा रहा है. भारत में कोरोना वायरस के कई मरीज पाए गए हैं और लगातार मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है. इस वायरस के प्रकोप को रोकने के लिए भारत सरकार द्वारा कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए, लेकिन इस वायरस का प्रकोप कम होता दिखाई नहीं दे रहा है. ऐसा पहली बार नहीं हुआ जब पृथ्वी पर लोगों की जान लेने वाले वायरस का प्रकोप हो रहा है, इससे पहले भी कई बार इस तरह का वायरस लोगों की जान ले चुका हैं. आखिर क्या है ज्योतिष शास्त्र में ऐसी आपदाओं का वर्णन. देखें हमारी एक खास रिपोर्ट...
ज्योतिषाचार्य प्रतीक मिश्रपुरी का कहना है कि ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार इस तरह के वायरस पृथ्वी पर तभी अपना प्रकोप दिखाते हैं. जब बृहस्पति अपनी गति से तेज चलने लगता है. क्योंकि बृहस्पति अपनी राशि से दूसरी राशि में जाने के लिए एक वर्ष का समय लेता है, मगर जब बृहस्पति 2 से 3 माह में ही अपनी राशि को छोड़कर दूसरी राशि में आ जाता है. तब कहते हैं कि बृहस्पति अत्याचारी हो गया है और अपनी चाल से बहुत तेज चलने लगा है.
इस वर्ष बृहस्पति धनु राशि में अभी आए थे, मगर अब मकर राशि में प्रवेश करने वाला है. इसी महीने इस वजह से यह कोरोना वायरस फैला है. इसके साथ ही जब सूर्य शनि के बारहवें, सातवें, तीसरे या दूसरे घर में होता है. तब पृथ्वी पर भयानक रोग फैलते हैं. यह जनवरी से चल रही है और 14 अप्रैल तक सूर्य तीसरे स्थान में शनि के साथ रहेगा. तब तक ऐसी स्थिति बनी रहेगी.