उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

हरिद्वार में छठ पूजा कार्यक्रम आयोजित, विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी हुईं शामिल

हरिद्वार में बिहार का महापर्व छठ को लेकर पूर्वांचल जन जागृति संस्था ने कार्यक्रम आयोजित किया. जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी शामिल हुईं. इस दौरान उन्होंने कहा कि आज छठ जैसा पर्व बिहार से निकल कर पूरे देश में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. यह हमारी संस्कृति की धरोहर है.

Chhath Puja program organized in Haridwar
हरिद्वार में छठ पूजा कार्यक्रम

By

Published : Oct 28, 2022, 3:19 PM IST

Updated : Oct 28, 2022, 3:36 PM IST

हरिद्वार:बिहार का महापर्व छठ (Bihar Maha Parv Chhath) आज नहाय खाय (Nahay khaay) से शुरू हो गया. उत्तराखंड में बड़ी तादाद में बिहार के लोग रहते हैं. इस पर्व को बिहार के लोग उत्तराखंड में भी बड़े ही धूमधाम से मनाते है. हरिद्वार में पूर्वांचल जन जागृति संस्था (Purvanchal Jan Jagriti Sanstha) द्वारा छठ पूजा कार्यक्रम की शुरुआत (Chhath Puja program begins) की गई. जिसमें विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी (Assembly Speaker Ritu Khanduri ) मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित रही. वहीं, हरिद्वार शहर विधायक मदन कौशिक, रानीपुर विधायक आदेश चौहान और किच्छा से पूर्व विधायक राजेश शुक्ला भी मौजूद रहे.

हरिद्वार में छठ पूजा कार्यक्रम

हरिद्वार में आयोजित छठ पूजा के मौके पर ऋतु खंडूड़ी ने कहा कि आज छठ जैसा पर्व बिहार से निकल कर पूरे देश में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. विशेष तौर पर उत्तराखंड में भी यह पर्व बड़े ही उल्लास के साथ मनाया जाता है. यह हमारी संस्कृति की धरोहर है. इस छठ पूजा में बहूत ही कठिन व्रत रखा जाता है. जो की बड़े ही नियम और कानून के तहत रहकर मनाया जाता है. इस सांस्कृतिक धरोहर को बचाये रखना और आगे आने वाली पीढ़ी को इस तरह से संस्कृति से परिचित करवाना होगा.
ये भी पढ़ें:हरिद्वार में छठ महापर्व का आगाज, गंगा घाटों पर व्रती कर रहे स्नान

वहीं, पूर्व विधायक राजेश शुक्ला (Former MLA Rajesh Shukla) ने कहा आज दुनिया में चार करोड़ लोग भोजपुरी भाषा बोलते हैं. हिंदुस्तान में भी लगभग तीन करोड़ लोग इस भाषा को बोलते हैं. बहुत छोटी-छोटी संख्या में बोली जाने वाली भाषाओं को भी आठवीं अनुसूची में शामिल किया गया है. जबकि भोजपुरी को अभी तक इसमें शामिल नहीं किया गया है. यह भोजपुरी भाषा के साथ अन्याय है और हम लोग विश्व स्तर पर भोजपुरी भाषा के लिए लड़ाई लड़ रहे है.

उन्होंने कहा कि वे धन्यवाद देना चाहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने इसका संज्ञान लिया है. आज उनके द्वारा यहां भी मंच से यह मांग उठाई है और विधानसभा अध्यक्ष की मौजूदगी में यह बात है. मुझे लगता है कि इसका जरूर संज्ञान लेंगे.

Last Updated : Oct 28, 2022, 3:36 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details