हरिद्वार: कोतवाली रानीपुर (Kotwali Ranipur) क्षेत्र की गैस प्लांट चौकी से कुछ दूरी पर सोमवार रात ड्यूटी से लौट रही एक युवती को कार सवार कुछ लोगों ने जबरन गाड़ी में बिठाने का प्रयास किया, लेकिन युवती ने जब उनका विरोध किया तो उन्होंने अपने एक स्कूटी सवार साथी को मौके पर बुला लिया. जिसके बाद बदमाश युवती पर स्कूटी पर सवार होने का दवाब बनाने लगे. इसी बीच लड़की ने परिजनों को फोन कर दिया. जिसके बाद मौके पर पहुंचे परिजनों ने स्कूटी सवार को धर दबोचा और पुलिस को सौंप दिया. जबकि अन्य बदमाश अपनी कार छोड़कर मौके से फरार हो गए.
जानकारी अनुसार रानीपुर क्षेत्र निवासी एक युवती भूमानंद अस्पताल में ड्यूटी करती है. सोमवार की रात करीब 10:30 बजे वह अपने घर के लिए अस्पताल के वाहन से बैरियर नंबर 6 के पास उतरी. जहां से उसका घर पास में ही है. जब युवती वहां से घर के लिए पैदल जा रही थी कि इसी बीच उत्तर प्रदेश नंबर की एक काली स्कॉर्पियो उसके पीछे आ गई.
इस दौरान कार सवार बदमाशों ने युवती को गाड़ी में बैठने को कहा, लेकिन युवती ने इनकार कर दिया. जिसके बाद स्कॉर्पियो सवार लोगों ने अपने एक स्कूटी सवार साथी को मौके पर बुला लिया और युवती पर स्कूटी पर बैठने का दबाव बनाने लगे. हालांकि, इसी दौरान लड़की ने अपने घर पर फोन कर दिया, जिसके बाद घरवाले तत्काल मौके पर पहुंच गए.
युवती के परिजनों ने मौके से स्कूटी सवार को धर दबोचा और जमकर धुनाई कर दी. इस दौरान स्कॉर्पियो चालक बैरियर के पास अपनी गाड़ी खड़ी कर फरार हो गया. परिजनों ने स्कूटी और उसके चालक को गैस प्लांट चौकी पुलिस के हवाले कर दिया. बताया जा रहा है कि कुछ देर बाद स्कॉर्पियो चालक भी गाड़ी लेकर चौकी के पास ही आ गए, लेकिन पुलिस ने स्कॉर्पियो चालक के खिलाफ न तो कार्रवाई की और ना ही स्कॉर्पियो को ही कब्जे में लिया. पुलिस ने सिर्फ स्कूटी सवार को गिरफ्तार दिखाया है और उसकी स्कूटी सीज कर दी है. कोतवाली रानीपुर इंचार्ज रमेश तनवार ने बताया की मामले में आरोपी कुलदीप पुत्र रमेश चंद शर्मा, निवासी रुड़की को गिरफ्तार कर लिया गया है. जिसे अब कोर्ट में पेश किया जाएगा.
आखिर कहां है काली स्कॉर्पियो: युवती से छेड़छाड़ मामले में सबसे पहले उत्तर प्रदेश नंबर की काली स्कॉर्पियो गाड़ी का ही प्रयोग किया गया. इस गाड़ी में बाकायदा लाल बत्ती लगी हुई थी. यह गाड़ी विवाद के बाद गैस प्लांट चौकी के पास भी खड़ी रही. परिजनों ने भी इस गाड़ी का जिक्र अपनी शिकायत में किया है, लेकिन पुलिस ने न तो इस गाड़ी को मुकदमे में शामिल किया और ना ही इसमें सवार लोगों का कोई जिक्र किया. दबी जुबान में परिजनों का आरोप है कि पुलिस इस गाड़ी मालिक को बचाना चाह रही है.
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वहीं, करीब सवा करोड़ की लूट मामले में फरार 25000 का इनामी को आखिरकार बहादराबाद थाना पुलिस ने लंबी खोजबीन के बाद धर दबोचा. अब पुलिस आरोपी को कोर्ट में पेश करने की तैयारी कर रही है. बता दें कि 23 अक्टूबर 2011 को मनेश कुमार ने पुलिस को दी तहरीर में बता था कि उसका चालक ट्रक से एक करोड़ तीस लाख का कॉस्मेटिक्स का माल लेकर निकला था. इसी दौरान रास्ते में बदमाश उसे बंधक बनाकर माल से भरा ट्रक लूट लुटेरे फरार हो गए थे. मामले में पुलिस ने करीब 90 फीसदी माल बरामद कर दो आरोपियों को जेल भेज दिया था, लेकिन विवेचना के दौरान कुछ अन्य लोगों के नाम भी प्रकाश में आए थे. जिसमें रणधीर निवासी मेरठ भी एक था.
रणधीर की तलाश में पुलिस तभी से लगातार उसके संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही थी, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल रहा था. काफी प्रयास के बाद भी जब रणधीर की गिरफ्तारी नहीं हुई तो एसएसपी हरिद्वार ने उसकी गिरफ्तारी पर 25000 का इनाम घोषित कर दिया था. मामले में कोर्ट ने भी उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किए थे. बहादराबाद पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर आज सुबह संभावित स्थान पर दबिश दी तो रणधीर पुलिस के हत्थे चढ़ गया. थानाध्यक्ष बहादराबाद नितेश शर्मा ने बताया कि पकड़े गए आरोपी को कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत किया जा रहा है. जिसके बाद उसे जेल भेज दिया जाएगा