हरिद्वार: देहरादून में कार्यक्रम संपन्न होने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हरिद्वार पहुंचे, जहां उन्होंने देव संस्कृति विश्वविद्यालय पहुंचकर छात्रों से संवाद किया. मंच से संबोधित करते हुए अमित शाह ने छात्र छात्राओं को शांतिकुंज और अध्यात्मिक विषय पर कई जानकारियां दी. शाह ने नई शिक्षा नीति को अभी तक की सबसे अच्छी शिक्षा नीति बताया.
अमित शाह ने कहा कि नई शिक्षा नीति देश की मिट्टी की खुशबू वाली शिक्षा नीति है. इससे छात्रों को रटे हुए ज्ञान से मुक्ति मिलेगी. नई शिक्षा नीति में मातृभाषा का भी समावेश किया गया है. अमित शाह शांतिकुंज के स्वर्ण जयंती वर्ष पर आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग कर रहे थे. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, शांतिकुंज प्रमुख डॉ. प्रणव पंड्या समेत बड़ी संख्या में यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राएं शामिल रहे.
इस दौरान अमित शाह ने कहा कि भारतीय आर्ष ग्रंथों के बारिकी से अध्ययन, मनन करने एवं जीवन में उतारने से यह ज्ञान विकसित होता है. मनुष्य सफलता की सीढ़ी दर सीढ़ी चढ़ता है. वे देवसंस्कृति विश्वविद्यालय में शांतिकुंज की स्वर्ण जयंती वर्ष के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे.
उन्होंने कहा कि 'मैं 4 वर्ष की उम्र से गायत्री मंत्र का उच्चारण, जप करता हूँ, तब मुझे इसके फायदे क बारे नहीं बता था. लेकिन आज मैं अनुभव करता हूँ. गायत्री महामंत्र के 24 अक्षर मनुष्य के 24 सद्ग्रंथियों को खोलने का काम करते हैं. जिस स्थान पर अनेकानेक गायत्री मंत्र का जप हुआ है. ऐसे स्थान में गायत्री महामंत्र का जप करने से आंतरिक सद्गुण विकसित होने लगता है.