हरिद्वारःकर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपने मेनिफेस्टो में बजरंग दल को पीएफआई का रूप बताते हुए सत्ता में आने पर प्रतिबंध लगाने का जिक्र किया है. जिस पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस हिंदू विरोधी पार्टी है. यही कारण है कि कांग्रेस अब धीरे-धीरे समाप्त हो रही है.
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी ने कांग्रेस को बताया हिंदू विरोधी, जानिए वजह - कांग्रेस हिंदू विरोधी पार्टी
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने कांग्रेस को हिंदू विरोधी करार दिया है. साथ ही कहा कि हिंदू हितैषी न होने की वजह से कांग्रेस गर्त में जा रही है. दरअसल, रविंद्र पुरी ने यह प्रतिक्रिया कांग्रेस के कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर जारी मेनिफेस्टो को लेकर दिया है. जिसमें कांग्रेस ने बजरंग दल पर बैन लगाने की बात कही है.
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस कभी भी हिंदू हितैषी नहीं रही है. इतिहास उठाकर देखें तो कांग्रेस शुरू से ही यह चाहती है कि देश पर धर्म विशेष राज करें. इसलिए कांग्रेस अब गर्त में जा रही है. उनका कहना है कि कांग्रेस ने केवल बजरंग दल की ही नहीं, पूरे हिंदुओं को पीएफआई जैसा बताया है. जब से मोदी आए हैं, तभी से राम मंदिर का काम शुरू हुआ और लोगों ने भी राम राम बोलना शुरू किया.
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महंत रविंद्र पुरी का कहना है कि तभी से हमने टीका लगाना शुरू किया और सनातन की बात होनी लगी. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि देश में राम राज्य रहे. जो भी हिंदू विरोधी पार्टी है, वो अब साफ हो रही है. रविंद्र पुरी का कहना है कि आज से 20 साल पहले जब वो भगवा पहन निकलते थे तो लोग उनका विरोध करते थे, लेकिन आज भगवा पहन कर निकलने पर लोग उनका सम्मान करते हैं. यह मोदी जी का प्रभाव है, जो आज हिंदू जागरूक हो गया है.