हरिद्वार: धर्मनगरी में पिछले तीन दिनों से जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद के आश्रम में तीन दिवसीय दिव्य आध्यात्मिक महोत्सव चल रहा है. बड़े लोगों का महोत्सव में जमावड़ा लग रहा है. वहीं, महोत्सव के कार्यक्रम में संघ प्रमुख मोहन भागवत की मौजूदगी में अखाड़ों के पदाधिकारियों को न बुलाए जाने से अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी नाराज हैं. कार्यक्रम के बीच यह मामला हर तरफ चर्चाओं का विषय बना हुआ है.
इसको लेकर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी अखाड़े के सचिव रविंद्र पुरी की प्रतिक्रिया सामने आई है. फोन पर हुई बातचीत में अध्यक्ष ने बताया कि कोई नेता हो या देवता, वो किसी एक का नहीं होता. अगर मोहन भागवत के कार्यक्रम में संतों को बुलाया जाता तो अच्छा रहता. ये एक ऐसा मौका था जब सनातन के सभी प्रहरियों को एक मंच साझा करने का अवसर मिला था. रविंद्र पुरी ने कहा कि संघ प्रमुख मोहन भागवत के कार्यक्रम की मौजूदगी में ऐसे कार्यक्रम में अखाड़े के पदाधिकारियों का होना जरूरी था लेकिन उन्हें आमंत्रण नहीं मिला. उन्होंने कहा कि, हो सकता है स्वामी अवधेशानंद गिरि जी महाराज का निजी कार्यक्रम होने के चलते आमंत्रण नहीं दिया गया हो.
रविंद्र पुरी ने कहा कि, उनका और उनके पदाधिकारियों का मन बेहद आहत हुआ है. हमें दूसरे दिन आमंत्रण मिला इसलिए हमने ये फैसला लिया कि हम इस कार्यक्रम में नहीं जाएंगे. अब वो जल्द ही एक बैठक करेंगे और मोहन भागवत का आभार कार्यक्रम जूना अखाड़े के माया देवी ग्राउंड में करेंगे. वहीं, इस बारे में हमने हरिहर आश्रम से जुड़े स्वामी राजू से कॉल करके इस बारे में पूछना चाहा लेकिन उनका कॉल उठा नहीं. भेजे गए मैसेज का भी कोई जवाब नहीं आया है.
दिव्य आध्यात्मिक महोत्सव में आई ये हस्तियां: आपको बता दें कि जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद महाराज के पीठ पर विराजमान हुए 25 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में तीन दिवसीय दिव्य आध्यात्मिक महोत्सव का आयोजन किया गया है. इसमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहनराव भागवत, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, स्वामी रामदेव, स्वामी चिदानंद मुनि, पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी समेत कई नामचीन हस्तियां शामिल हुई थीं, लेकिन अखाड़े के पदाधिकारी ना कार्यक्रम में नजर आए और ना ही मंच पर कोई पदाधिकारी दिखाई दिया. आपको बता दें कि स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर हैं, लेकिन जूना अखाड़े के ही पदाधिकारी कार्यक्रम में मौजूद नजर नहीं आए. अन्य अखाड़ों के पदाधिकारी भी नहीं दिखे.
मोहन भागवत का आभार जताएंगे संत: इसी के साथ अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी ने बताया कि उन्होंने जगतगुरु राज राजेश्वरानंद महाराज जी से बात की है और उन्होंने मोहन भागवत को जल्द ही हरिद्वार में पुनः निमंत्रण करने के लिए भी कहा है. इस बार जूना अखाड़े के प्रांगण में ही निरंजनी अखाड़ा और सभी अखाड़ों के संत मिलकर एक आभार आयोजन मोहन भागवत का करेंगे, जिसमें राम मंदिर व संतों से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा की जाएगी.
मन में रह गई ये टीस: इसी के साथ दिव्य आध्यात्मिक महोत्सव पर बोलते हुए कहा कि कहा कि संतों को मोहन भागवत का आभार करने का मन था. वह हरिद्वार भी आए. अगर एक ही मंच पर सभी संत होते एकत्र होकर मोहन भागवत से वार्तालाप करते तो एक अलग ही संदेश देश में जाता.
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