हरिद्वार: 14 जुलाई से कांवड़ यात्रा शुरू होने जा रहा है. जिसको लेकर प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी है. वहीं, इस दौरान बारिश में सांप और कुत्ते के काटने की घटनाएं बढ़ जाती है. कांवड़ मेले के दौरान यात्रा मार्ग पर सांप और कुत्ते के काटने से घायल मरीजों के उपचार पर ज्यादा जोर रहेगा. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग विशेष तैयारी कर रहा है. स्थायी व्यवस्था के अतिरिक्त हरिद्वार से मुजफ्फरनगर के रास्ते पर 16 और नजीबाबाद के रास्ते पर एक मेडिकल पोस्ट स्थापित की जाएगी. इसके अलावा बरसात के मौसम को देखते हुए डेंगू से बचाव के लिए दवा का छिड़काव भी शुरू कर दिया है.
हाईवे किनारे झाड़ियों की पूरी तरह से सफाई की जाएगी, इसके लिए 1500 अतिरिक्त मानव संसाधन को आउटसोर्स किया जा रहा है. साथ ही भीड़ वाले क्षेत्रों में त्वरित स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने के लिए बाइक एंबुलेंस लगाई जाएंगी. इन्हें हरिद्वार कुंभ 2021 के लिए तैयार किया गया था, लेकिन, उस दौरान इनका अपेक्षित उपयोग नहीं हो सका था.
वही, कांवड़ मेला 2022 की व्यवस्थाओं को लेकर जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक हुई. जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि मेला आरंभ होने से पहले ही सुनिश्चित कर लिया जाए कि किसी भी मेडिकल पोस्ट पर दवाओं की कोई कमी न हो. साथ ही सांप और कुत्ते के काटने की घटनाओं को ध्यान में रखते हुए सभी प्रकार की व्यवस्था भी मेला आरंभ होने पहले ही कर ली जाएं. इसके अलावा बरसात के मौसम को देखते हुए डेंगू से बचाव के लिए दवा का छिड़काव भी शुरू कर दिया है.
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विभाग कांवड़ के समय निजी अस्पतालों से भी संवाद बनाएं रखें. क्योंकि कोरोना काल के ढाई वर्ष बाद पहली बार कांवड़ मेला होने जा रहा है. अनुमान है कि इसमें श्रद्धालुओं की संख्या काफी अधिक होगी. धर्मनगरी हरिद्वार में 14 जुलाई से कांवड़ मेले का आयोजन होने जा रहा है. जिसको लेकर जिला प्रशासन के द्वारा तमाम तैयारियां पहले से पूरी कर ली जाएगी.
जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे सभी विभागों के अधिकारियों की बैठक ले रहे हैं. सब विभागों को कांवड़ मेले से पहले सभी कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं. वही कांवड़ मेले के दौरान लगने वाली खाद्य वस्तुओं की अस्थाई दुकानों को भी रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होगा. खाद्य सुरक्षा अधिकारी राजेंद्र पाल ने बताया कि मेले के दौरान खाद्य वस्तु की दुकानें लगाने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन और खाद्य सुरक्षा विभाग से लाइसेंस लेना अनिवार्य होगा.
उन्होंने कहा हमारे द्वारा एक टीम बनाई गई है, जो समय-समय पर दुकानों में खाद्य वस्तुओं की गुणवत्ता की जांच करेगी. यदि किसी दुकान पर किसी तरह की मिलावट या कोई अन्य कमी पाई जाएगी, उसके विरूद्ध उचित कार्रवाई की जाएगी.
मॉनसून आते ही हरिद्वार में अब डेंगू का खतरा बढ़ने लगा है. जिसको लेकर जिला स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां कर ली हैं. ताकि डेंगू के प्रकोप को पहले ही काबू किया जा सके और कम से कम लोग डेंगू के शिकार बन सके.
क्या कहते हैं सीएमओ: मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. कुमार खगेंद्र ने बताया कि भीड़ के दौरान शहर में कुत्ते काटने की घटनायें बढ़ जाती हैं. इसी को देखते हुए अस्थायी सेंटर से लेकर तमाम सरकारी अस्पतालों में एंटी रेबीज इंजेक्शन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करा दिए गए हैं. इसके अलावा बरसात के सीजन में सांप काटने के भी काफी मामले सामने आ रहे हैं. इसके लिए एंटी स्नेक वेनम भी उपलब्ध करा दिया गया है. ताकि सांप काटने की स्थिति में घायल व्यक्ति को तत्काल उपचार दिया जा सके. वहीं, डेंगू की रोकथाम के लिए शहर की तमाम गली मोहल्लों में अभी से दवा का छिड़काव शुरू कर दिया गया है. ताकि डेंगू का लार्वा पनपने से पहले ही समाप्त किया जा सके.