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अजय कोठियाल ने साधु-संतों का लिया आशीर्वाद, दक्षिण कालीपीठ मंदिर में की पूजा-अर्चना

उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी (आप) के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार कर्नल (रिटा.) अजय कोठियाल मंगलवार को हरिद्वार पहुंचे थे. उन्होंने साधु-संतों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने आचार्य कैलाशानंद गिरी का आशीर्वाद भी लिया. कोठियाल ने दक्षिण कालीपीठ मंदिर में पूजा-अर्चना भी की.

Ajay Kothiyal
Ajay Kothiyal

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Published : Sep 15, 2021, 9:53 AM IST

Updated : Sep 15, 2021, 2:49 PM IST

हरिद्वार/ऋषिकेश: उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी (आप) के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार कर्नल (रिटा.) अजय कोठियाल ने हरिद्वार में दक्षिण कालीपीठ मंदिर पहुंचकर पूचा-अर्चना की. उन्होंने पीठाधीश्वर आचार्य कैलाशानंद गिरी से मुलाकात कर आशीर्वाद लिया. आचार्य कैलाशानंद गिरी ने शॉल, रुद्राक्ष की माला और नारियल देकर उनका स्वागत कर आशीर्वाद दिया.

इस मौके पर अजय कोठियाल ने कहा कि उन्होंने फौज में नौकरी की है. वह पॉलिटिशियन तो नहीं बन सकते हैं, लेकिन जब उन्होंने बाबा केदारनाथ धाम में काम किया तो उन्हें जरूर लगा कि बाबा ने हमसे वह काम करवाए जो सबसे ज्यादा मुश्किल थे. इसीलिए अब वे उत्तराखंड नव निर्माण की थीम पर काम करना चाहते हैं. इसके लिए वे स्वामी कैलाशानंद गिरी का आशीर्वाद लेने आए हैं.

अजय कोठियाल ने साधु-संतों का लिया आशीर्वाद

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निरंजनी अखाड़े के आचार्य स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि कर्नल अजय कोठियाल मां काली के दर्शन करने आए हैं. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड वीरों की भूमि है. उन्होंने केदारनाथ में बहुत अच्छा काम किया है. महादेव ने उन्हें आशीर्वाद दिया है और उनके कामों को स्वीकार किया है. कर्नल कोठियाल धार्मिक और कर्मठ व्यक्ति हैं. उन्हें सब का आशीर्वाद मिल रहा है. मां काली और मेरा आशीर्वाद भी उनके साथ है.

इस दौरान अजय कोठियाल ने कहा कि चारधाम सहित कई तीर्थस्थल ऐसे हैं, जिनका ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व है. गंगा और यमुना का उद्गम उत्तराखंड से ही होता है और प्रसिद्ध योगनगरी ऋषिकेश भी उत्तराखंड में ही है. उन्होंने कहा कि राजा भरत की जन्मस्थली कण्वाश्रम भी इसी उत्तराखंड के कोटद्वार में है. यानी पूरा उत्तराखंड धर्म और अध्यात्म का जीवंत प्रमाण है, जिससे कोई भी अनभिज्ञ नहीं है.

आध्यात्मिक राजधानी के संकल्प का मतलब इन समस्त धार्मिक स्थलों में विश्वस्तरीय सुविधाएं विकसित करना है, ताकि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को तमाम सुविधाएं मिल सकें और वे बार-बार उत्तराखंड आते रहें. इससे जहां एक ओर उत्तराखंड की ख्याति पूरे विश्व में बढ़ेगी, वहीं रोजगार के भी कई अवसर पैदा होंगे. जिसका लाभ स्थानीय युवकों को मिलेगा. इससे पूर्व कर्नल कोठियाल ने विश्व प्रसिद्ध भारतमाता मंदिर के दर्शन किए और नरसिंह देवता मंदिर में मात्था टेकते हुए महामंडलेश्वर ललितानंद गिरि महाराज से आशीर्वाद भी लिया.

Last Updated : Sep 15, 2021, 2:49 PM IST

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