हरिद्वार: पटवारी पेपर लीक मामले में एसआईटी की कार्रवाई जारी है. पटवारी भर्ती परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक प्रकरण में फरार चल रहा 50 हजार का इनामी आरोपी डेविड, आखिरकार एसआईटी के हत्थे चढ़ गया. आरोपी ने अभ्यर्थियों से लाखों रुपये की रकम वसूलकर रिजॉर्ट में पेपर रटवाने में अहम भूमिका निभाई थी. वन दारोगा भर्ती पेपर लीक प्रकरण में भी आरोपी वर्ष 2021 में जेल जा चुका है. एसआईटी पकड़े गए आरोपी को अब कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत कर जेल भेजने की तैयारी कर रही है.
एसटीएफ ने पटवारी पेपर लीक का खुलासा करते हुए अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी, उसकी पत्नी रितु सहित सात आरोपियों को गिरफ्तार किया था. जबकि एसआईटी ने जांच संभालने के बाद गिरफ्तारियां शुरू की थी. इस प्रकरण में 15 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके थे. आरोपी डेविड निवासी बाकरपुर लक्सर हाथ नहीं लग पाया था. लगातार फरार चल रहे आरोपी पर पहले 25 और फिर 50 हजार का इनाम घोषित किया गया था.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि आरोपी डेविड को भगवानपुर क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपी के खिलाफ न्यायालय स्पेशल जज सर्तकता देहरादून की ओर से गिरफ्तारी का अधिपत्र जारी किया गया था. जबकि आईजी गढ़वाल करण सिंह नगन्याल की तरफ से 50 हजार का इनाम घोषित किया गया था. एसएसपी ने बताया कि आरोपी ने अपने साथियों के साथ मिलकर अभ्यर्थियों से लाखों रुपये वसूलते हुए शैक्षिक दस्तावेज लेकर बिहारीगढ़ स्थित रिजॉर्ट में पेपर रटवाया था. आरोपी को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेजा जाएगा.
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एसएसपी के मुताबिक, आरोपी डेविड ने जेई भर्ती परीक्षा में भी अभ्यर्थियों से लाखों रुपये की रकम वसूली थी. जबकि प्रश्न पत्र लीक के षडयंत्र में भी शामिल रहा था. यही नहीं वन दारोगा भर्ती पेपर लीक प्रकरण में भी आरोपी ब्लूटूथ से नकल कराने के मामले में जेल जा चुका है. नौकरी के नाम पर ठगी कर पैसे हड़पने के मामले में लक्सर कोतवाली में दर्ज मामले में भी आरोपी डेविड फरार था. पटवारी पेपर लीक मामले में डेबिड को मिलाकर कुल 16 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं.