हरिद्वारःसिडकुल स्थित एक फैक्ट्री में कोरोना विस्फोट हुआ है. आज फैक्ट्री में 218 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. जिससे सिड़कुल परिसर में हड़कंप मच गया है. इसके साथ ही पॉजिटिव कर्मचारियों की संख्या 288 पहुंच गई है. वहीं, कर्मचारियों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के मामले में फैक्ट्री प्रबंधन की बड़ी लापरवाही भी सामने आ रही है.
जानकारी देते डीएम सी. रविशंकर. सिडकुल स्थित एक फैक्ट्री में लगातार कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आ रहे हैं. जिलाधिकारी सी. रविशंकर ने बताया कि हरिद्वार में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. सिडकुल स्थित फैक्ट्री में सुबह 90 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले थे. अभी फिर से 128 नए मरीज मिले हैं. जिससे एक ही फैक्ट्री के कोरोना पॉजिटिव कर्मचारियों की संख्या 288 पहुंच गई है. जो चिंता का विषय है. इस स्थिति से निपटने के लिए सभी तरह के सुरक्षात्मक और जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं.
ये भी पढ़ेंःउत्तराखंड में बेकाबू कोरोना, आज मिले 239 केस, संक्रमितों की संख्या 4515 पहुंची
बता दें कि इस फैक्ट्री में हरिद्वार और उसके आसपास के क्षेत्रों के कर्मचारी कार्य करते हैं. जिससे हरिद्वार और आसपास के क्षेत्रों में लोकल स्तर पर कोरोना विस्फोट होने का खतरा बढ़ गया है. जब इस फैक्ट्री में कोरोना पॉजिटिव मिलने शुरू हुए थे, तभी जिलाधिकारी ने इस फैक्ट्री प्लांट को बंद करने के निर्देश दे दिए थे. फिलहाल फैक्ट्री प्लांट बंद है.
वहीं, हरिद्वार में कोरोना संक्रमण को बड़े स्तर पर फैलने से रोकने के लिए प्रशासन विशेषता सतर्कता बरत रहा है. मामले में फैक्ट्री प्रबंधन की बड़ी लापरवाही भी इसमें सामने आ रही है. साफ प्रतीत हो रहा है कि इस कोरोनाकाल फैक्ट्री प्रबंधन की ओर से मानकों के अनुरूप कार्य नहीं किया गया है. अब देखने वाली बात ये होगी कि प्रशासन की ओर से फैक्ट्री प्रबंधन के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाती है.
कोरोना के लक्षण-
- बुखार.
- शरीर के तापमान में वृद्धि.
- खांसी और गले में दर्द.
- गले में खराश.
- सांस लेने में तकलीफ.
- फेफड़ों में समस्या.
कई मरीज ऐसे भी जिनमें कोरोना के प्रारंभिक लक्षण नजर नहीं आ रहे हैं. ऐसे में टेस्ट के बाद ही कोरोना की पुष्टि होती है.
क्या बरतें सावधानी-
- किसी से भी हाथ मिलाने, गले लगने या अन्य तरह के संपर्क से बचें.
- सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें.
- बिना मास्क के बाहर ना निकलें.
- लोगों से करीब 6 फीट की दूरी बनाए रखें.
- हाथों को एल्कोहल युक्त सैनिटाइजर साफ करें.
- खाने से पहले हाथ अच्छी तरह साबुन से धो लें.
- खांसते, छींकते समय नाक मुंह रुमाल से ढक लें.
- अनावश्यक यात्रा से परहेज करें.
- बिना चिकित्सकीय परामर्श के दवा न लें.
ऐसे में आम लोगों को कोरोना को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है. सावधानी और सतर्कता से इससे बचा जा सकता है. चार से पांच दिन में इसके लक्षण दिखने लग जाते हैं. उस समय जांच करा ली जाए तो यह ठीक हो जाता है. लेकिन, देरी होने पर यह काफी खतरनाक हो जाता है.