हरिद्वार: कोतवाली ज्वालापुर क्षेत्र में दिसंबर माह के अंतिम दिनों में एक बड़े निजी स्कूल के चेयरमैन के कार्यालय से 10 लाख की चोरी के मामले में पुलिस ने आखिरकार दो आरोपियों को धर दबोचा है. पुलिस ने आरोपियों के पास से करीब साढ़े चार लाख की नगदी और चोरी के पैसों से खरीदी गई एक बाइक भी बरामद की है. पुलिस अब दोनों को जेल भेजने की तैयारी कर रही है.
बता दें 28-29 दिसंबर की रात कोतवाली ज्वालापुर क्षेत्र में स्थित विजडम ग्लोबल स्कूल के अंदर से चेयरमैन यूसी जैन के कमरे में घुसकर अज्ञात चोरों ने करीब ₹10 लाख की नगदी पर हाथ साफ कर दिया गया था. चोर स्कूल के पिछले रास्ते से कार्यालय में घुसे. जिसके बाद उन्होंने चोरी की घटना को अंजाम दिया. इस मामले में पुलिस ने अज्ञात चोरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल शुरू की.
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टेक्निकल सर्विलांस के माध्यम से पुलिस के हाथ यूसी जैन के पूर्व ड्राइवर तक जा पहुंचे. जिससे की गई पूछताछ में पुलिस ने न केवल चोरी किये पैसे बरामद किए बल्कि इस कांड को अंजाम देने वाले एक आरोपी को भी गिरफ्तार किया. पुलिस ने इनके पास से चोरी की करीब साढ़े चार लाख की कैश, बाइक और मोबाइल भी बरामद किया. पकड़े गए दोनों आरोपी चंपावत के रहने वाले हैं. इसमें से एक निदेशक का पूर्व चालक रहा है. जिसे स्कूल के सभी रास्तों के बारे में पूरी जानकारी थी.
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एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह (SP City Swatantra Kumar Singh) ने बताया की विजडम ग्लोबल स्कूल के चेयरमैन यूसी जैन जब 29 दिसंबर की सुबह स्कूल में स्थित अपने कार्यालय में पहुंचे तो पता चला कि कार्यालय में स्थित खिड़की से कोई अंदर घुसा है, जो अलमारी में रखे गैस को लेकर गायब हो गया. जिसके बाद इस मामले में मुकदमा दर्ज कर फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम को मौके पर भेजकर साक्ष्य जुटाए. इसके अलावा एक टीम को सीसीटीवी फुटेज खंगालने में लगाया गया. जिसमें हमारी टीम को एक अहम सुराग हाथ लगा.
जब उसे डेवलप किया तो दो संदिग्ध प्रकाश में आए. जब उनकी हिस्ट्री खंगाली गई तो उसमें से एक चेयरमैन का चालक निकला. चालक के पते को वेरीफाई करने के लिए जब एसएसआई संतोष सेमवाल उसके घर चंपावत पहुंचे तो पता चला हाल ही में वह अपने घर आया था. उसके बाद वहां से निकल गया. जब उसका पता खंगाला गया तो पता चला कि वह हरिद्वार में ही रह रहा था. जिसके बाद एसएसआई और उनकी टीम ने रानीपुर झाल के पास से दोनों को गिरफ्तार किया. दोनों से कड़ाई से पूछताछ करने पर उन्होंने अपने जुर्म को कबूल लिया. पकड़े गए आरोपियों का नाम मनोज और आनंद है, जो चंपावत के रहने वाले हैं.