रुड़की: हरिद्वार जिले के रुड़की में नशा मुक्ति केंद्र से 14 मरीजों के फरार होने का मामला सामने आया है. घटना उस समय हुई जब कुछ मरीज रोजा रखने के लिए सहरी खाने के लिए उठे थे. मरीजों के लापता होने से प्रबंधन में हड़कंप मच गया. सभी मरीजों के अपने घर आने की जानकारी के बाद प्रबंधन ने राहत की सांस ली.
नशा मुक्ति केंद्र के कर्मचारी सोते रह गए और 14 मरीज हो गए फरार
उत्तराखंड के रुड़की में सोमवार सुबह एक नशा मुक्ति केंद्र में उस समय हड़कंप मच गया, जब वहां से 14 मरीज फरार हो गए. बताया जा रहा है कि नशा मुक्ति केंद्र के कर्मचारी सो रहे थे, तभी मौका देखकर 14 मरीज फरार हो गए.
रुड़की के सिविल लाइन कोतवाली क्षेत्र के हरिद्वार-दिल्ली रोड पर बेलड़ा गांव के पास एक नशा मुक्ति केंद्र है. नशा मुक्ति केंद्र में करीब 14 लोगों का नशे की लत छुड़ाने के लिए इलाज चल रहा था. इनमें कुछ मरीजों ने रोजा भी रखा था. रोजा रखने वाले मरीज सुबह चार बजे उठ जाते थे, इनके साथ अन्य मरीज भी उठ जाते थे. नशा मुक्ति केंद्र के कर्मचारी रोजेदारा मरीजों के लिए सहरी का प्रबंध करते थे. पिछले कुछ समय से यह सिलसिला चल रहा था, जिसके चलते कर्मचारी इन मरीजों की तरफ से निश्चित हो गये थे और इनकी निगरानी भी कम कर दी थी. रोज की तरह सुबह चार बजे मरीज सहरी के लिए उठ गए, जबकि सभी कर्मचारी सोते रहे, इसका फायदा उठाते हुए सभी मरीज नशा मुक्ति केंद्र से भाग निकले.
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जानकारी के मुताबिक सुबह करीब छह बजे जब कर्मचारी सो कर उठे तो सभी मरीजों को गायब देख इनके होश उड़ गए, आनन-फानन में इनकी तलाश की गई. दोपहर के समय जब परिजनों से संपर्क साधा तो पता चला कि सभी मरीज अपने-अपने घर चले गए हैं. इसके बाद नशा मुक्ति केंद्र के प्रबंधन ने राहत की सांस ली. इस बावत सिविल लाइन कोतवाली के उप निरीक्षक बारु सिंह चौहान ने बताया कि पुलिस को मरीजों के फरार होने की कोई सूचना नहीं दी गई है.