देहरादून:राजधानी देहरादून के बल्लूपुर रोड स्थित एमआइए ब्लड बैंक के सभागार में 'रक्त प्रवाह' कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस कार्यशाला में डॉक्टरों ने ब्लड ट्रांसफ्यूजन के बारे में कई महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की. आईएमए (indian medical association) की ओर से कार्यशाला में शामिल हुए विशेषज्ञ चिकित्सकों को प्रशस्ति पत्र देकर भी सम्मानित किया गया.
इस मौके पर आईएमए के कोषाध्यक्ष डॉक्टर अनिल उप्रेती ने बताया कि हर साल की तरह इस बार भी रक्त प्रवाह नाम से कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसमें ब्लड ट्रांसफ्यूजन (blood transfusion) के विशेषज्ञों को आमंत्रित किया गया और क्लीनिकल डॉक्टरों को ब्लड ट्रांसफ्यूजन के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी गई. उप्रेती ने बताया कि यह कार्यशाला हर वर्ष आयोजित की जाती रही है, लेकिन कोविड के कारण बीते 2 वर्षों से इसका आयोजन नहीं किया जा सका.
डॉ. उप्रेती ने बताया कि रक्त के बारे में मेडिकल कॉलेजों में ज्यादा नहीं पढ़ाया जाता है. इसलिए क्लीनिकल डॉक्टरों को अपडेट करने के लिए इस कार्यशाला के माध्यम से कई वक्ताओं ने महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की. इसमें अल्फा और बीटा थैलेसीमिया, मरीज को ब्लड चढ़ाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए. ब्लड डोनेशन (blood donation) पर आधारित व्याख्यान विशेषज्ञों द्वारा दिए गए.
आईएमएफ के पास पर्याप्त ब्लड:इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष डॉक्टर अनिल उप्रेती का कहना है कि ब्लड बैंक के पास पर्याप्त मात्रा में रक्त उपलब्ध है. क्योंकि कोविड काल के दौरान ब्लड कैंप के आयोजन पर पाबंदी थी, लेकिन कोरोना की पाबंदियां हटने से तमाम जगहों पर ब्लड कैंप आयोजित किए जा रहे हैं.
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क्या है ब्लड ट्रांसफ्यूजन:ब्लड ट्रांसफ्यूजन एक मेडिकल प्रक्रिया है, जिसमें दान किया गया खून एक पतली नली से आपके हाथ की नस में चढ़ाया जाता है. इस प्रक्रिया से किसी का जीवन बचाया जा सकता है. अगर किसी को चोट या किसी ऑपरेशन की वजह से खून अधिक बह जाता है तो इस प्रक्रिया से खून चढ़ा कर उसे बचाया जा सकता है.