देहरादूनःकोरोना वायरस के चलते मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उत्तराखंड में लॉकडाउन लागू कर दिया है. हालांकि, इससे पहले उड़ीसा राजस्थान और पंजाब राज्य को लॉकडाउन किया गया है. लिहाजा ऐसे में आम जनता के मन में कई सवाल हैं कि आखिरकार ये लॉकडाउन होता क्या है? अब किस तरह की व्यवस्था होगी और वह क्या कर सकते हैं और क्या नहीं कर सकते हैं? आइए आपको लॉकडाउन की जानकारी देते हैं.
क्या होता है लॉकडाउन?
दरअसल, लॉकडाउन का मतलब है कि आप घर से बेवजह नहीं निकल सकते. जिस तरह से आज राज्य के तमाम शहरों के हालात है. उसी तरह से अब 31 तारीख तक हालात बने रहेंगे. लॉकडाउन उस वक्त किया जाता है, जब कोई प्राकृतिक आपदा किसी देश या शहर पर आई हो तो ऐसे में वहां की सरकार पूरे शहर को बंद कर देती है.
ये भी पढ़ेंःकोरोना को हराना हैः सड़क पर घूमना पड़ा महंगा, पुलिस ने तीन युवकों को लगवाई उठक-बैठक
कब निकल सकते हैं बाहर?
लॉकडाउन के दौरान आप सिर्फ जरूरत का सामान लेने के लिए ही बाहर निकल सकते हैं. बाजारों में मेडिकल, हॉस्पिटल, दूध और परचून की दुकान ही खुली मिलेगी. आज भले ही सड़कों पर निकलने वाले व्यक्तियों को पुलिस प्रशासन ने कुछ ना कहा हो, लेकिन कल से पूरे राज्य में यह व्यवस्था लागू हो जाएगी कि कोई व्यक्ति बेवजह घर से बाहर निकलता है तो उसे पुलिस जबरन घर में रहने की हिदायत देगी.
यातायात व्यवस्था रहेगी पूरी तरफ ठप
लिहाजा ऐसे में आप अपना विशेष ध्यान रखें और घर से तभी बाहर निकलें, जब आप को किसी महत्वपूर्ण काम से बाहर जाना हो. पेट्रोल पंप ज्यादातर बंद रहेंगे. तमाम यातायात के साधन ऑटो, रिक्शा, टेंपो, बस पूरी तरह से बंद रहेंगे.
इससे पहले कब और कहां लगा था
2020 से पहले अमेरिका में 9/11 जब आतंकी हमला हुआ था तब पूरे देश को लॉकडाउन कर दिया गया था. उस समय तीन दिन के लिए वहां की सरकार ने ऐसा किया था. इसके बाद दिसंबर 2005 में न्यू साउथ वेल्स पुलिस फोर्स ने अपने यहां दंगा रोकने के लिए लॉकडाउन किया था. 19 अप्रैल, 2013 को बोस्टन शहर को आतंकियों की खोज के लॉकडाउन किया गया था और नवंबर 2015 में पेरिस हमले के बाद संदिग्धों आरेापियों को पकड़ने के लिए साल 2015 में ब्रुसेल्स में पूरे शहर को लॉकडाउन करने का आदेश दिया गया था.