देहरादून: कोरोना का दूसरा स्ट्रेन के कारण देशभर को कहीं, न कही लॉकडॉउन जैसी स्थिति में लाकर खड़ा कर दिया है. देवभूमि उत्तराखंड में भी इसका असर देखने को मिल रहा है. यहां भी हर दिन कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. जिसे देखते हुए राज्य सरकार ने प्रदेश भर में नाइट कर्फ्यू और वीकेंड लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया है. ऐसे में आज प्रदेश में वीकेंड लॉकडाउन का पहला दिन था. वीकेंड लॉकडाउन के पहले दिन भले ही लोगों को परेशानियां हुई हो, बावजूद इसके प्रदेशभर में लॉकडाउन का पहला दिन सफल रहा. खाली पड़े बाजार, सूनी सड़कें इसकी तस्दीक करती दिखी.
देहरादून
राजधानी देहरादून में फोर्स की कमी के चलते पूरे देहरादून में चेकिंग नहीं हो पा रही है. मात्र मुख्य चौक चौराहों पर ही पुलिस के जवान बैरिकेडिंग लगाकर चेकिंग कर रहे हैं. कर्फ्यू का पालन कराने में पुलिस के भी पसीने छूट रहे हैं. दरअसल देहरादून के कई जवान अभी कुंभ से वापस नहीं लौटे हैं. जो जवान कुंभ से लौटे हैं, उनकी आरटी पीसीआर रिपोर्ट नहीं आई है. देहरादून में शनिवार और रविवार को साप्ताहिक कर्फ्यू के आदेश के बाद आज साप्ताहिक बंदी का पहला दिन था. जिसके चलते आज राजधानी में साप्ताहिक बंदी की गई, लेकिन आज साप्ताहिक कर्फ्यू देखने को नहीं मिली है. हालांकि बाजारों की सभी दुकानदारों ने साप्ताहिक कर्फ्यू का पालन करते हुए दुकानें बंद रखी, लेकिन सड़कों पर बिना वजह के आवाजाही देखने को मिली. जिलाधिकारी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि शनिवार और रविवार को साप्ताहिक कर्फ़्यू का आदेश हैं. जिस क्रम में आज पहला साप्ताहिक कर्फ्यू का पहला दिन है, लेकिन आज पूर्व निर्धारित एनडीए की परीक्षा होनी थी, एनडीए की परीक्षा बच्चों के लिए काफी महत्वपूर्ण है, इसलिय ऐसे लोगो को आने जाने के लिए सार्वजनिक वाहनों की अनुसार दी गई है.
डीएम की दूनवासियों से अपील
जिलाधिकारी आशीष श्रीवास्तव ने देहरादून की आम जनता से अपील करते हुए कहा कि जो कोविड गाइडलाइन का पालन करें. अगर आप इस तरह की गाइडलाइन का पालन करते हैं तो परिवार को भी कोविड से दूर रख सकते हैं. अगर आम जनता इस तरह करती हैं तो हमें पूरी उम्मीद है कि कोरोना के संक्रमण से काफी हद तक बचाव हो सकता है.
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कांग्रेस का हमला
उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप एक बयान जारी करते हुए कहा कि कर्फ्यू लगाने से गरीब जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इस को मद्देनजर रखते हुए सरकार को गरीब जनता की समस्याओं का समाधान करना चाहिए. उन्होंने कहा कि एक तो महामारी ऊपर से प्रतिदिन दिहाड़ी से अपना घर चलाने वाले मजदूरों के सामने आजीविका का संकट पैदा हो गया है. उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि बीपीएल एपीएल और सफेद कार्ड धारकों को तत्काल 25- 25 किलो गेहूं और चावल, इसी तरह 5 किलो दाल 3 किलो रिफाइंड, 4 किलो चीनी मुफ्त प्रत्येक माह के हिसाब से मुहैया कराई जाए
मसूरी
लगातार कोरोना संक्रमण के बढ़ने के बाद प्रशासन के आदेश पर मसूरी में लगाया गया लॉकडाउन सफल रहा. यहां भी केवल आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खुली रहीं. बाजारों में वीरानी छायी रही. कोतवाल देवेंद्र असवाल ने कहा कि सरकार व जिला प्रशासन से जो गाइडलाइन आयी है उसका पूरी तरह पालन किया जा रहा है. जो लोग बिना कारण सड़कों पर घूम रहे हैं, उन्हें समझाकर घरों की ओर भेजा जा रहा है.
ऋषिकेश
कोरोना की चेन को तोड़ने के लिए सरकार के द्वारा लगाए गए साप्ताहिक कर्फ्यू का असर ऋषिकेश में भी देखने को मिला. आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी दुकाने बंद रहीं. शहरवासी भी घरों के अंदर कैद रहे वहीं यमकेश्वर जाने वाले यात्री काफी परेशान दिखे. यम्केश्वर जाने वाले यात्रियों का कहना है कि चंद्रभागा पुल पर लगने वाले चौपाया वाहनों की कमी हो गई है. क्योंकि निर्धारित सीटों पर 50% ही सवारियों को वाहन चालक बैठा रहे हैं.
विकासनगर
विकासनगर बाजार में एक दिवसीय लॉकडाउन में संपूर्ण बाजार बंद रहा. दोपहिया वाहनों में आवागमन चलता रहा. बिना हेलमेट के सड़क पर आते जाते देखे गए. वहीं, एसपी देहात स्वतंत्र कुमार ने डाकपत्थर चौक पर मोर्चा संभालते हुए बिना कार्य के सड़कों पर घूम रहे लोगों के चालान किए. एसपी देहात स्वतंत्र कुमार ने कहा कि लॉकडाउन की गाइडलाइन सोशल मीडिया मीडिया के माध्यम से सभी लोगों को इसकी जानकारी है. लेकिन मेडिकल और कई अन्य विशेष परिस्थितियों में लोगों को आने जाने से नहीं रोका जाएगा.
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हरिद्वार
धर्मनगरी हरिद्वार में भी लॉकडाउन का असर देखने को मिला है. आज हरकी पैड़ी पर बहुत कम संख्या में श्रद्धालु दिखे. वहीं, अगर बाजारों की बात करें तो हरिद्वार जिलाधिकारी के निर्देशानुसार हरिद्वार के अपर रोड के बाजारों में खाने के होटल और रेस्टोरेंट्स को छूट दी गई. लेकिन कुल मिलाकर सभी दुकानें बंद दिखाई दी. पुलिस द्वारा अनावश्यक घूमने वाले व्यक्तियों पर चालान की कार्यवाही भी की गई.
लक्सर
लक्सर के बाजारों में भी आज सन्नाटा पसरा रहा. यहां सड़कों पर आवाजाही कम दिखाई दी. पुलिस व प्रशासन कड़ाई से कर्फ्यू का पालन कराता दिखा. यहां केवल जरूरी एवं आवश्यक वस्तुओं की दुकानें ही खुली नजर आई. आम आदमी अपने घरों में कैद रहे.
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श्रीनगर गढ़वाल
श्रीनगर में रविवार के दिन लॉकडाउन का व्यापक असर रहा. अपर बाजार की सब्जी मंडी- फल मंडी पूरी तरह से बंद रही. काला रोड, गणेश बाजार के सभी वयापारियों ने अपने व्यपारिक प्रतिष्ठान बंद रखे. वहीं, सुबह-सुबह सरकार द्वारा जारी की गई एसओपी की जानकारी की कमी के चलते बस चालक व टैक्सी चालक सुबह अपने वाहन लेकर बस अड्डे पहुंचे. पुलिस ने वापस लौटा दिया. लोगों को दिक्कतों का सामना भी करना पड़ा. श्रीनगर में एनआईटी में 4 , रेलवे परियोजना में 5 कर्मचारी संक्रमित पाए गए हैं.
पौड़ी
प्रदेश सरकार की ओर से हर रविवार को कर्फ्यू का एलान किया गया है. जिसके तहत पौड़ी शहर में भी काफी हद तक इसका पालन होता हुआ दिखाई दिया. दरअसल, देर शाम पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन पौड़ी की ओर से अनाउंसमेंट के माध्यम से लोगों को बताया गया था कि रविवार को पूरी तरह से कर्फ्यू रहेगा. किसी प्रकार की कोई आवाजाही नहीं होगी. वहीं उप जिलाधिकारी पौड़ी समेत पुलिस प्रशासन की ओर से पौड़ी बाजार का भ्रमण कर जो लोग बेवजह बाजारों में घूम रहे थे उनके खिलाफ चालन की कार्यवाही की गई.
ऐसे में 9 लोगों के खिलाफ चालन की कार्यवाही अमल में लाई गई है.एसडीएम पौड़ी एसएस राणा ने बताया कि कर्फ्यू को सफल बनाने के लिए पुलिस प्रशासन और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम ने पौड़ी बाजार का भ्रमण किया.