उत्तराखंड

uttarakhand

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा शुरू, इस राष्ट्रीय राजमार्ग की नहीं सुधरी दशा

By

Published : May 6, 2022, 6:29 PM IST

विकासनगर-बड़कोट-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग को कालसी में क्षतिग्रस्त हुए काफी समय हो चुका है, लेकिन अभी तक जिम्मेदार अधिकारी सुध नहीं ले रहे हैं. यात्रा सीजन शुरू होने के बावजूद अधिकारी प्रस्ताव बनाकर भेजने की बात कर रहे हैं.

Vikasnagar Yamunotri road damaged
विकासनगर यमुनोत्री सड़क क्षतिग्रस्त

विकासनगरःउत्तराखंड में चारधाम यात्रा शुरू हो चुकी है, लेकिन अधिकारीविकासनगर-बड़कोट-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग की सुध नहीं ले रहे हैं. यहां कालसी के काली माता के मंदिर के पास पिछले बरसात में सड़क का आधा हिस्सा टूट गया था, लेकिन आज तक क्षतिग्रस्त सड़क को दुरुस्त नहीं किया गया है.

दरअसल, विकासनगर-कालसी-बड़कोट-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग (Vikasnagar Kalsi Barkot Yamunotri National Highway) कालसी के काली मंदिर के पास पिछले बरसात में भूस्खलन की वजह से क्षतिग्रस्त हो गया था. जिसकी वजह से मार्ग काफी संकरा हो गया है. ऐसे में आवागमन में भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता रहता है. जबकि चारधाम यात्रा भी शुरू हो गई है तो वहीं, इस मार्ग से जौनसार बाबर की लाइफ लाइन कालसी-चकराता मोटर मार्ग भी जुड़ा हुआ है.

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा शुरू.

ये भी पढ़ेंःउत्तराखंड के नेशनल हाईवे का हाल, जानें कब सुधरेंगी सड़कें

इस मार्ग पर रोजाना सैकड़ों दोपहिया व चौपहिया के साथ भारी वाहन गुजरते हैं. साथ ही पर्यटकों का भी आना जाना लगा रहता है. साथ ही आवाजाही के वक्त हादसे का भी डर सताता रहता है. बावजूद इसके पिछले बरसात से लेकर अभी तक भी एनएच विभाग ने मार्ग को नहीं सुधारा है. जिससे स्थानीय लोगों में विभाग के प्रति काफी रोष है.

स्थानीय ग्रामीण एवं कांग्रेस के पूर्व ब्लॉक कार्यकारी अध्यक्ष दीवान सिंह तोमर ने बताया कि पिछली बरसात में कालीमाता मंदिर के पास मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया था. क्षतिग्रस्त मार्ग पर दुर्घटनाओं का अंदेशा बना रहता है. विभाग लापरवाह बना है. ऐसे में सरकार से मांग करते हैं कि जल्द से जल्द क्षतिग्रस्तग मार्ग को सुधारा जाए. ताकि पर्यटकों एवं स्थानीय वाहनों का आवागमन सुगमता से हो सके.

क्या बोले अधिकारी? राष्ट्रीय राजमार्ग खंड के अधिशासी अभियंता जितेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि क्षतिग्रस्त मार्ग का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है. बरसात से पहले सुरक्षा कार्य कराए जाएंगे. नया एस्टीमेट बनाकर भेजा गया है. स्वीकृत होते ही दीवार निर्माण का कार्य कराया जाएगा.

ABOUT THE AUTHOR

...view details