पुलिस ने संतराम हत्याकांड का किया खुलासा विकासनगर: कालसी सहिया में एक आरोपी पत्नी ने अपने प्रेमी और उसके साथी के साथ मिलकर पति की सिर पर हथौड़ा मारकर हत्या कर दी. जिसके बाद हत्या को सड़क दुर्घटना बनाने का षड्यंत्र रचा गया. मृतक के परिजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए पुलिस से कार्रवाई की मांग की थी. मामले की जांच में मिले सबूतों के आधार पर विकासनगर पुलिस ने मृतक की पत्नी सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. देहरादून एसएसपी ने हत्याकांड मामले का खुलासा किया. साथ ही पुलिस टीम को 10 हजार रुपए का इनाम देने की घोषणा की है.
बता दें कि आरोपी महिला की यह दूसरी शादी थी. 12 साल पहले उसका पूर्व पति से तलाक हो चुका था. 13 फरवरी को इंद्रा देवी पत्नी संतराम, निवासी कालसी विकासनगर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. जिसमें उसने बताया कि उसका पति संतराम 12 फरवरी को घर रसूलपुर से काम के लिए हरबर्टपुर के लिए गया था, लेकिन वापस नहीं आया.
जिस पर थाना विकासनगर पुलिस ने संतराम की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर खोज शुरू की. जिसमें पता चला कि 13 फरवरी सहिया रोड जजरेड के पास एक एक्सीडेंट हुआ था. जिसमें एक शव 50 मीटर खाई से बरामद हुआ और मोटरसाइकिल 100 मीटर नीचे खाई में क्षतिग्रस्त हालत में पड़ी है.
जिस पर गुमशुदा संतराम के परिजन को भी शिनाख्त के लिए मौके पर बुलाया गया. जहां परिजनों ने शव की शिनाख्त संतराम के रूप में की. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया, लेकिन परिजनों ने संतराम की हत्या की आशंका जताई. जिसकी जांच के लिए पुलिस ने टीमों का गठन किया. पुलिस ने घटनास्थल और उसके आसपास के लगभग 100 सीसीटीवी कैमरे को खंगाला. साथ ही संतराम के मोबाइल की सीडीआर और घटनास्थल के आसपास के क्षेत्र का डंप डाटा को एकत्रित किया.
मृतक के सीडीआर को चेक करने पर एक संदिग्ध नंबर आशीष का पाया गया. संदेह के आधार पर पुलिस टीम ने आशीष कुमार को पूछताछ के लिए बुलाया. जिसमें आशीष ने अपने साथी मुकेश के साथ मिलकर हथौड़े से वार कर संतराम की हत्या करने की बात कबूल कर ली. साथ ही उसने बताया कि उसने शव और मोटरसाइकिल को सहिया रोड जजरेड के पास खाई में फेंक दिया था. इस घटना की साजिश संतराम की पत्नी इंद्रा देवी और मुकेश द्वारा की गयी थी.
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आशीष के कबूलनामे के बाद पुलिस ने मुकेश को बाईपास रोड से त्रिशला धर्मशाला जाने वाले रास्ते से गिरफ्तार किया. मृतक संतराम की पत्नी इंद्रा को घटना के संबंध में पूछताछ के लिए चौकी बाजार बुलाया गया. पूछताछ करने पर संतराम की पत्नी ने हत्या की साजिश में शामिल होना स्वीकार कर लिया. जिसके बाद पुलिस ने आरोपी पत्नी इंद्रा को गिरफ्तार कर लिया. वहीं, आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने जिस हथौड़ा से संतराम की हत्या की गई थी, उसे बरामद कर लिया.
एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर ने कहा पूछताछ में अभियुक्त मुकेश ने बताया कि वह हरबर्टपुर से कालसी रोड पर मैजिक वाहन चलाता है. पूर्व में हरबर्टपुर से कालसी रूट की मैजिक वाहन यूनियन का अध्यक्ष भी रहा है. आशीष यूनियन में एजेंट का कार्य करता है. जिस कारण हम दोनों की अच्छी दोस्ती हो गयी थी. 7-8 साल पूर्व मुकेश की पहचान इंद्रा से हुई थी. इस दौरान दोनों की आपस में फोन पर बातें होने लगी और दोनों एक दूसरे से प्यार करने लगे. दोनो साथ रहना चाहते थे, लेकिन संतराम के जिंदा रहते यह संभव नहीं था. इसलिए मुकेश और इंद्रा ने संतराम को रास्ते से हटाने के लिए उसकी हत्या की योजना बनाई.
जिसमें मुकेश ने अपने साथी आशीष की मदद मांगी. योजना के मुताबिक घटना के दिन आरोपियों ने संतराम को बड़े काम का ठेका दिलाने के बहाने आशीष के घर आदर्श विहार पिक्चर हॉल वाली गली में बुलाया. जहां पहले से मुकेश और आशीष के साथ में मौजूद था. संतराम बताये हुए जगह पर मोटरसाइकिल से पहुंचा. जहां से दोनों आरोपी संतराम को लेकर आशीष के घर पहुंचे. घर पर घुसते ही मुकेश ने संतराम के सिर पर हथौड़े से कई वार किए. जिससे संतराम फर्श पर गिर गया और थोड़ी देर में उसकी मृत्यु हो गयी. उसके बाद मुकेश और आशीष ने संतराम के शव को चुन्नी से लपेट कर मैजिक वाहन से ले जाकर कालसी से आगे सहिया रोड पर जजरेड के पास खाई में फेंक दिया. जिसके बाद वापस आकर संतराम की मोटरसाइकिल को भी उसी स्थान पर ले जाकर खाई में डाल दिया.