मसूरी:पहाड़ों की रानी मसूरी में आज वैली ऑफ वर्ड्स कार्यक्रम का शुभांरभ किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन धर्मगुरु दलाई लामा ने किया. इस दौरान उनका संदेश तिब्बत के प्रधानमंत्री डॉ. लोबसांग ने पढ़ा. जिसमें उन्होंने कहा कि यह उत्सव भारत की समृद्ध संस्कृति को बढ़ावा देगा. वैली ऑफ वर्ड्स के पहले सत्र में केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान भी वर्चुअली शामिल हुए. पहले सत्र की शुरुआत देहरादून पर संवाद के साथ हुई.
वैली ऑफ वर्ड्स के उद्घाटन सत्र में केन्द्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि वैली ऑफ वर्ड्स फेस्टिवल वर्चुअली चलने वाला अपने प्रकार का पहला उत्सव है जो कि वर्चुअल होने के साथ लाइव भी देखा जा सकता है. जिसमें अंग्रेजी हिंदी सहित क्षेत्रीय भाषाओं के साहित्य को नई दिशा व आयाम देने के साथ देश-विदेश के साहित्यकार, कला प्रेमी अपने घरों में बैठ कर इस शब्दों के महा उत्सव में प्रतिभाग कर रहे हैं. दुनिया भर में कई भाषाओं में भारतीयों द्वारा लिखे गए, लेख हमारे ने नये दृष्टिकोण को आकार दिया है. जिससे नई पीढ़ी को खासा लाभ मिलेगा.
वहीं, देहरादून सिटी इट्स हिस्टोरिकल इंपॉर्टेंस विषय पर अजय शर्मा और डॉ. समीर सिन्हा बातचीत की. इस सत्र की अध्यक्षता के लिए लोकेश ओहरी को चुना गया है. इसके अलावा पहले दिन 'द इंडिया नेपाल बाउंड्री क्वेश्चन, प्राचीन मूल्य आधुनिक जीवन, काव्य स्वर, द मोरल एंड द इमोरल एसिस्टेंसलिज्म इन ट्रांसलेशन, मैपिंग द इंडियन स्टेट्स, पोयट्री कैफे जैसे सत्र आयोजित हुए. साथ ही वजाहत हबीबुल्लाह की माई ईयर्स विद राजीव, राज कंवर की डेट लाइन देहरादून, आलोक लाल की बाराबंकी नार्कोस और मुकुल कुमार की कथेरसिस किताब का विमोचन भी हुआ.