देहरादून: प्रदेश में लगी जंगलों की आग ने प्रशासन की नींद तोड़ दी है. जिसके बाद उत्तराखंड वन विभाग में खाली पड़े पदों को तेजी से भरने के लिए एक बड़ा फैसला लिया गया है. इसके लिए फॉरेस्ट गार्ड के पदों को भविष्य में वन विभाग के स्तर पर ही भरे जाने और रेंजर के पदों पर वन टाइम प्रमोशन की व्यवस्था को कैबिनेट में लाने की तैयारी की जा रही है.
दरअसल, राज्य में वनाग्नि जैसी घटनाओं से निपटने के लिए वन कर्मियों की भारी कमी है. प्रदेश में एक तरफ करीब 1400 फॉरेस्ट गार्ड के पद खाली पड़े हैं, तो दूसरी तरफ 40 से ज्यादा डिप्टी रेंजर के पद भी खाली है. जबकि वनों में फॉरेस्ट गार्ड, रेंजर और डीएफओ यह तीनों ही पद बेहद महत्वपूर्ण होते हैं. खास बात यह है कि अब वन विभाग फॉरेस्ट गार्ड की भर्ती के मामले में एक बड़ा निर्णय लेने जा रहा है. राज्य में 1400 फॉरेस्ट गार्ड के खाली पदों में से 12 पदों को भरने के लिए करीब 4 साल पहले अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को अधिचयन भेजा गया था. लेकिन करीब 4 साल बाद भी इस भर्ती को पूरा नहीं किया जा सका गया है. हालांकि अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के सचिव संतोष बडोनी ने बताया कि इस परीक्षा के फाइनल परिणाम मई तक दे दिए जाएंगे. फिलहाल लिखित परीक्षा के परिणाम निकाले जा चुके हैं.
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कोरोना के चलते टल गईं सभी परीक्षाएं, CM ने कहा ऑनलाइन चलाएं कक्षाएंमामले में वन वन मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि राज्य में वनरक्षक विभाग की रीढ़ हैं. इसीलिए वन विभाग जल्द ही शासन को प्रस्ताव भेजकर भविष्य में अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के माध्यम से फॉरेस्ट गार्ड की भर्ती कराने के बजाय वन विभाग के स्तर पर ही इस भर्ती को करवाने की मंजूरी लेने की तैयारी कर रहा है. वन विभाग रेंजर के खाली पदों को भरने के लिए बड़ा कदम उठाने जा रहा है. इसके लिए वन विभाग डिप्टी रेंजर को रेंजर पद पर प्रमोशन के लिए वन टाइम व्यवस्था करने जा रही है. जिसे जल्द ही वन विभाग कैबिनेट में लाने का प्रयास किया जाएगा.