देहरादून/अल्मोड़ा: द्वाराहाट से बीजेपी विधायक महेश नेगी पर महिला द्वारा लगाए गए यौन शोषण के आरोप मामले में पुलिस द्वारा शिकायत दर्ज न करने पर उत्तराखंड राज्य महिला आयोग ने नाराजगी जताई है. वहीं, बेटी है तो परिवार है' जागरूकता अभियान के कार्यकर्ताओं ने विधायक नेगी की गिरफ्तारी की मांग की है. उधर, देहरादून और अल्मोड़ा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इस मामले की उच्चस्तरीय जांच और आरोपी विधायक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
महिला द्वारा लगाए गए यौन शोषण के आरोप मामले में पुलिस द्वारा शिकायत दर्ज न करने पर उत्तराखंड राज्य महिला आयोग ने नाराजगी जताई है. वहीं, बेटी है तो परिवार है' जागरूकता अभियान के कार्यकर्ताओं ने विधायक नेगी की गिरफ्तारी की मांग की है. उधर, देहरादून और अल्मोड़ा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इस मामले की उच्चस्तरीय जांच और आरोपी विधायक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
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उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने एसएसपी देहरादून को भी इस मामले पर शिकायत दर्ज कर उचित कार्रवाई करने को लेकर पत्र लिखा है. ईटीवी भारत से बात करते हुए उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की सदस्य सचिव कामिनी गुप्ता ने बताया कि इस पूरे मामले पर पीड़िता ने राज्य महिला आयोग को एक पत्र लिखा था. जिसमें उसने कहा था कि उसकी जानमाल को खतरा है और पुलिस उसकी शिकायत भी नहीं लिख रही है. मामले को गंभीरता से लेते हुए राज्य महिला आयोग ने अल्मोड़ा और देहरादून एसएसपी को पत्र लिख मामले पर त्वरित कार्रवाई करने को कहा है.
जानकारी के अनुसार पीड़ित महिला ने आयोग से अब काउंसलिंग कराने की अपील की है. जिसके बाद राज्य महिला आयोग बीजेपी विधायक को कार्यालय बुलाकर काउंसलिंग करने की तैयारी कर रहा है. संभवतः आगामी 28 या 29 अगस्त को दोनों ही पक्षों की आयोग दफ्तर में काउंसलिंग की जाएगी.
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