देहरादून:उत्तराखंड के सरकारी विभागों में लगातार भ्रष्टाचार के मामले बढ़ने से विजिलेंस विभाग ने अपनी निगरानी व कार्रवाई का दायरा बढ़ाने का दावा किया है. अब विजिलेंस ने किसी भी सरकारी विभाग से जुड़े भ्रष्टाचार जैसे मामलों की शिकायत के लिए जनता की सुविधा को देखते हुए एक नया टोल फ्री नंबर- 1064 जारी किया है. इस टोल फ्री नंबर को अटैंड करने के लिए 24 घंटे एक डेडिकेटेड टीम नियुक्त रहेगी.
इस नंबर पर कॉल करने और शिकायत दर्ज करवाने पर किसी भी सरकारी सेवा के ऐवज में रिश्वत मांगने वालों के खिलाफ मामला तत्काल दर्ज किया जाएगा. इतना ही नहीं, अगर कोई भी विभागीय कर्मचारी या अधिकारी सरकारी धन का दुरुपयोग करते हुए जनसेवा को प्रभावित करता हैं तो उसके खिलाफ भी सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) के इस नए टोल फ्री 1064 नंबर पर शिकायत दर्ज की जा सकेगी.
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सरकारी विभागों में भी विजिलेंस टीम गठन की कवायद: उत्तराखंड सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) विभाग ने राज्य के ज्यादातर सरकारी विभागों के अलावा स्कूल व शिक्षण संस्थान जैसे तमाम संस्थानों में जागरूकता अभियान चलाकर भ्रष्टाचार के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने की अपील की है. विजिलेंस आईजी अमित सिन्हा बताते हैं कि, सरकारी विभागों से अपील की गई है कि वह अपने महकमे में एक विजिलेंस टीम का गठन करें, जो भ्रष्टाचारी अधिकारी व कर्मचारियों पर निगरानी कर पहले उनको गोपनीय विभागीय कार्रवाई के दायरे में लाएं और फिर संबंधित व्यक्ति के खिलाफ विजिलेंस को शिकायत दर्ज करें, ताकि उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई को जांच पड़ताल के आधार पर आगे बढ़ाया जा सके.
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शिकायत देने वाली की गोपनीयता बरकरार: उत्तराखंड विजिलेंस विभाग ने जनता को भरोसा दिलाया है कि उनकी पहचान को गोपनीय रखा जाएगा, साथ ही उन्हें आवश्यक सुरक्षा संबंधित अन्य सुविधाएं भी मिलेंगी. इससे भ्रष्टाचारियों के खिलाफ शिकायत देने वालों का मनोबल बढ़ेगा और भ्रष्ट लोगों के खिलाफ कार्रवाई भी प्रभावी रूप से हो सकेगी.
इस मामले में आईजी अमित सिन्हा ने बताया कि एक अनजान व्यक्ति विजिलेंस को शिकायत दर्ज कराने में कई बार असहज महसूस करता है, लेकिन भ्रष्टाचार से जुड़ी शिकायत पर विभाग गंभीरता से जांच पड़ताल और सूचना के आधार पर कार्रवाई कर सकता है. दूसरी तरफ भ्रष्टाचार के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने वाले व्यक्ति को गोपनीय रक्त सुरक्षा भी प्रदान कर विजिलेंस की प्राथमिकता है.