देहरादून: उत्तराखंड में मिड सीजन के दौरान तबादलों को लेकर कोशिशें तेज हो गई है. ऐसे में परिवहन समेत कई विभागों में विचलन यानी मुख्यमंत्री के विशेषाधिकारी से तबादले की फाइल चलाई गई हैं. खास बात यह है कि परिवहन विभाग (Uttarakhand transport Department) में विचलन से तबादले पर खासा विवाद होने के बावजूद विभागीय अधिकारी इस प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए खासे सक्रिय दिखाई दे रहे हैं. जबकि,कर्मचारियों के विरोध और विवाद के बावजूद विचलन लाकर हो रहे तबादलों पर अब परिवहन विभाग में नया रास्ता तलाशा जा रहा है.
बता दें कि हाल ही में मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के महकमे के तबादलों को निरस्त कर दिया गया था. इससे पहले इसी तरह से सरकार कुछ और विभागों में भी तबादलों को रोकने का आदेश कर सकती है. हालांकि, इस बार विचलन को माध्यम बनाकर तबादले होने हैं. ऐसे में विपक्षी दल तो परिवहन महकमे में कुछ चहेतों को मलाईदार पोस्ट पर एडजस्ट करने तक के आरोप लगाता दिख रहा है. वहीं, दूसरी तरफ तबादलों की दिशा में नया पत्र कार्मिक विभाग को जारी कर दिया गया है.
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गौरतलब है कि करीब एक माह पहले विचलन लाकर कई महकमों में तबादले का रास्ता तैयार किया गया था, लेकिन इन सबको लेकर पहले दिन से ही गंभीर विवाद और सवाल उठ रहे थे. सूत्रों की मानें तो परिवहन विभाग को कई आपत्तियां मिली हैं. उधर, अब परिवहन विभाग से कार्मिक विभाग को पत्र लिखकर जारी विचलन को 15 दिन और बढ़ाने की मांग की गई है जबकि, इसमें तर्क दिया गया है कि अवकाश अधिक होने के कारण तबादलों की एक्सरसाइज पूरी नहीं की जा सकी है.
हालांकि, सभी जानते हैं कि कार्मिक महकमे की साइट और अन्य विभागों की साइट पर तबादले के दायरे में आने वाले कर्मियों की पूरी सूचना दर्ज होती है. सूत्र ये भी बताते हैं कि परिवहन विभाग के कर्मियों के तबादलों से अब तौबा करते हुये बड़े अधिकारियों के तबादले का प्लान तैयार किया गया है. लिहाजा, पहले से ही विवादो में घिरे विचलन का समय पूरा होता देख अलग से समय मांगा गया है. माना जा रहा है कि इसको लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय तक भी शिकायत करने की तैयारी चल रही है.