1-रुद्रपुर के सिडकुल ब्रिटानिया फैक्ट्री में लगी भीषण आग, काबू पाने में जुटीं दमकल की गाड़ियां
पंतनगर सिडकुल की ब्रिटानिया फैक्ट्री (Pantnagar Sidcul Britannia Factory) में अचानक आग लगने से फैक्ट्री प्रबंधन और प्रशासन में हड़कंप मच गया. घटना को देखते हुए जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन मौके पर डटा हुआ है. आग इतनी विकराल थी की पल भर में फैक्ट्री के गोदाम, दफ्तर सहित अन्य हिस्से को चपेट में लिया. दमकल के एक दर्जन से अधिक वाहन और कंपनियों के निजी वाहन आग पर काबू पाने की कोशिश में जुटे हुए हैं. वहीं आग लगने से फैक्ट्री को करोड़ों रुपए के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है.
2-उत्तराखंड में आज भारी बारिश का अंदेशा, इन 6 जिलों में बरसेंगे बदरा, ऑरेंज अलर्ट जारी
उत्तराखंड में रुक-रुक कर बारिश जारी है, जिससे लोगों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. वहीं मौसम विभाग के मुताबिक (Uttarakhand Meteorological Department) आज देहरादून, टिहरी, पौड़ी, चंपावत, उधमसिंह नगर और नैनीताल जनपद में भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका जताई गई है. जिसके लिए मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.
3- विधानसभा भर्ती घोटाले पर सियासत, CM और मंत्रियों के करीबियों को मिली नौकरी, विपक्ष ने घेरा
उत्तराखंड में जिस तरह के एक बाद एक भर्ती घोटाला सामने आ रहा है, उसने सरकार को बैक फुट पर ला दिया है. धामी सरकार भले ही UKSSSC paper leak में 25 आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद अपना पीठ थपथपा रही है. लेकिन जिस तरह से भर्ती घोटालों का कच्चा चिट्ठा खुल रहा है, वो विपक्ष को हमलावर होने का मौका दे रहा है. उत्तराखंड विधानसभा में हुई साल 2021 में हुई भर्तियां भी कुछ इस तरफ इशारा कर रही है.
4- उत्तराखंड विधानसभा में हुई बैक डोर भर्तियों पर बवाल, पूर्व सीएम ने की जांच की मांग
उत्तराखंड विधानसभा में हुई भर्ती सवालों के घेरे में है. आरोप है कि इन नियुक्तियों में मंत्रियों के चहेते और भाई भतीजावाद का पूरा ख्याल रखा गया है. जिसको लेकर जहां कांग्रेस सरकार पर हमलावर है. वहीं, पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत ने भी इन नियुक्तियों की जांच किए जाने की मांग की है. जिसे लेकर वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल और त्रिवेंद्र रावत आमने सामने आ गए हैं.
5- अब VDO भर्ती घोटाले की जांच भी करेगी STF, UKSSSC के एक और कारनामे का होगा पर्दाफाश
यूकेएसएसएससी पेपर लीक केस के बाद अभी VDO भर्ती घोटाले के आरोपी भी जल्द जेल जाने वाले हैं. 2016 के इस भर्ती घोटाले की जांच विजिलेंस से उत्तराखंड एसटीएफ को ट्रांसफर की गई है. विजिलेंस 2020 से इस मामले की जांच कर रही है, लेकिन इस केस की जांच पूरा नहीं कर पाई है.