आषाढ़ कृष्ण पक्ष की एकादशी को योगिनी एकादशी कहा जाता है. यह एकादशी पापों के प्रायश्चित के लिए विशेष महत्वपूर्ण मानी जाती है. इस दिन श्री हरि के ध्यान, भजन और कीर्तन से सभी तरह के पापों से मुक्ति मिलती है. योगिनी एकादशी के दिन उपवास रखने और साधना करने से समस्याओं का अंत हो जाता है. यहां तक कि पीपल का पेड़ काटने का पाप भी इस एकादशी पर नष्ट हो जाता है.
7. मन्दाकिनी नदी में फंसा व्यक्ति, एसडीआरएफ टीम ने किया रेस्क्यू
केदारनाथ यात्रा पर आया एक तीर्थ यात्री मन्दाकिनी नदी की दूसरी ओर फंस गया था. करीब चार घंटे तक दूसरे किनारे फंसे होने के बाद स्थानीय लोगों ने सूचना पुलिस को दी. पुलिस की ओर से एसडीआरएफ टीम को सूचना दी गई, जिसके बाद रेस्क्यू कर व्यक्ति को सुरक्षित निकाला गया.
8. ऋषिकेश में राफ्ट कंपनी के कर्मचारियों ने तीर्थयात्री का फोड़ा सिर, 16 के खिलाफ मुकदमा दर्ज
उत्तराखंड में अतिथि देवो भव: की परंपरा को एक बार फिर कुछ राफ्टिंग कर्मचारियों ने तार-तार कर दिया है. बताया जा रहा है कि राफ्ट ले चले जाते वक्त चारधाम दर्शन को आए एक तीर्थयात्री को कर्मचारियों से हल्का सा धक्का लगा. यात्री ने सिर्फ ध्यान से चलने के कहा, तो इस पर कर्मचारी भड़क गये. उन्होंने पिटाई करत हुए यात्री का सिर फोड़ दिया.
9. मसूरी के रेस्टोरेंट में पर्यटकों ने जमकर किया हंगामा, स्टाफ से की बदतमीजी, बिल पर भी बवाल
गांधी चौक पर एक रेस्टोरेंट में खाने को लेकर जमकर हंगामा हुआ. बताया जा रहा है कि यहां पर्यटकों ने रेस्टोरेंट्स स्टाफ के साथ अभद्रता की. खाना खाने के बाद पर्यटकों ने बिल देने में भी आनाकानी की. जब रेस्टोरेंट्स स्वामी ने इसे लेकर बात की तो उसके साथ ही उन्होंने गाली गलौज की.
10. उत्तराखंड में आज ये हैं पेट्रोल-डीजल के दाम, अपने शहर में जानें रेट
उत्तराखंड में पेट्रोल और डीजल के नए रेट जारी कर दिए गए हैं. वहीं, आज देहरादून में पेट्रोल के दाम 2 पैसे और डीजल के दाम 5 पैसे घटे हैं. जिसके बाद देहरादून में आज पेट्रोल ₹95.28 प्रति लीटर और डीजल ₹90.29 प्रति लीटर बिक रहा है.
10. आज है नरक से मुक्ति दिलाने वाली योगिनी एकादशी, जानें महत्व और शुभ मुहूर्त
आषाढ़ कृष्ण पक्ष की एकादशी को योगिनी एकादशी कहा जाता है. यह एकादशी पापों के प्रायश्चित के लिए विशेष महत्वपूर्ण मानी जाती है. इस दिन श्री हरि के ध्यान, भजन और कीर्तन से सभी तरह के पापों से मुक्ति मिलती है. योगिनी एकादशी के दिन उपवास रखने और साधना करने से समस्याओं का अंत हो जाता है. यहां तक कि पीपल का पेड़ काटने का पाप भी इस एकादशी पर नष्ट हो जाता है.