1- कांग्रेस में उथल-पुथल, हरीश रावत समेत 5 सीटों पर बदले गए प्रत्याशी, तीसरी लिस्ट में हरदा की बेटी का भी नाम
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 में कांग्रेस में जारी बगावत और असंतोष के परिणाम लगता है आने लगे हैं. कांग्रेस ने पहले घोषित प्रत्याशियों की सूची में बड़ा बदलाव किया है. पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष हरीश रावत नैनीताल जिले की लाल कुआं सीट से चुनाव लड़ेंगे। पहले उन्हें नैनीताल जिले की रामनगर सीट से टिकट दिया गया था। रामनगर सीट से पहले अब पूर्व सांसद महेंद्र पाल को टिकट दिया गया है.
2- Uttarakhand Election2022: BJP ने जारी की दूसरी लिस्ट, तीन विधायकों का कटा टिकट, जानें किसे कहां से मिला टिकट
बीजेपी ने प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी कर दी है. पार्टी ने 9 सीटों पर उम्मीदवारों को उतारा है. वहीं, पार्टी ने देशराज कर्णवाल, नवीन दुम्का और राजकुमार ठुकराल का टिकट काटते हुए नए चेहरों पर दांव लगाया है.
3- हार के डर से बीजेपी त्रिवेंद्र का टिकट काट रही है, 2016 में कांग्रेस तोड़ने के सूत्रधार थे बहुगुणाः हरक
भाजपा से कांग्रेस में शामिल हुए हरक सिंह रावत ने पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत और विजय बहुगुणा पर निशाना साधा है. हरक सिंह ने कहा कि भाजपा ने हार के डर से त्रिवेंद्र सिंह रावत का टिकट काटा है. जबकि, विजय बहुगुणा पर निशाना साधते हुए कहा है कि 2016 में कांग्रेस तोड़ने के सूत्रधार विजय बहुगुणा थे.
4- कांग्रेस ने माना 16 सीटों पर पार्टी कमजोर, अमित शाह करेंगे डो-टू-डोर कैंपेन, जानें दिनभर की चुनावी हलचल
उत्तराखंड में इन दिनों चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई है. नेताओं ने पार्टियों को अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं. प्रदेश में आप, बीजेपी के बाद अब कांग्रेस ने भी प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी है. वहीं चुनाव समय नजदीक आते ही बीजेपी, कांग्रेस और आप के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो गया है. उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 से जुड़ी दिनभर की खबरों पर एक नजर...
5- हरिद्वार सीट पर 20 साल से BJP का कब्जा, 1989 से हार रही कांग्रेस, इस बार किसके 'हाथ' आएगी ये सीट?
उत्तराखंड की हॉट सीट में एक हरिद्वार विधानसभा सीट पिछले 20 सालों से कांग्रेस के हाथ से बाहर है. राज्य गठन के बाद लगातार इस सीट पर बीजेपी ही जीत रही है. उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 में क्या कांग्रेस इस सीट पर कोई करिश्मा कर पाएगी. क्योंकि इस बार बीजेपी के लिए राहे आसान नहीं लग रही है.