1- नैनीताल HC धर्म संसद हेट स्पीट मामले की सुनवाई, आरोपी वसीम रिजवी की जमानत याचिका खारिज
इस मामले की शिकायत पर पुलिस ने आईपीसी की धारा 153 A, 295 तहत वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण त्यागी, नरसिंहानंद गिरी, सागर सिंधु महाराज, धर्मदास महाराज, परमानंद महाराज, साध्वी अन्नपूर्णा, स्वामी आनंद स्वरूप, अस्वनी उपाध्याय, सुरेश चव्हाण सहित स्वामी प्रबोधानंद गिरी के खिलाफ धर्म संसद के नाम पर भड़काऊ भाषण देने पर मुकदमा दर्ज किया था.
2- 10 मार्च को किसका होगा उद्धार? क्या गढ़वाल से निकलेगा जीत का रास्ता, जानें क्षेत्रीय जातीय समीकरण
उत्तराखंड चुनाव 2022 के परिणामों का सभी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही अपनी-अपनी तैयारियों में जुटी है. 2022 के चुनाव परिणाम आने से पहले ईटीवी भारत आपको 2017 के चुनावों से जुड़े कुछ रौचक तथ्य बताने जा रहा है, जिसके आधार पर आप भी कुछ आकलन कर सकते हैं. इस खबर में हम आपको गढ़वाल के जातीय समीकरण और 2017 में बीजेपी कैसे यहां पर अपना वर्चस्व कायम किया था. इसके बारे में बताएंगे.
3- CM धामी ने पत्नी संग किए हनोल और महासू देवता के दर्शन, पारंपरिक नृत्य में हुए शामिल
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने पत्नी गीता धामी के साथ चकराता के हनोल और महासू देवता के दर्शन किए. इस दौरान सीएम धामी ने उपस्थित मातृशक्ति को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई देते हुए जौनसारी पारंपरिक नृत्य में प्रतिभाग किया.
4- गणेश गोदियाल बोले- 43 से 45 सीटें जीत कर बनाएंगे सरकार, हाईकमान तय करेगा मुख्यमंत्री
उत्तराखंड में विधानसभा के चुनाव को लेकर एग्जिट पोल भी आ चुके हैं. इनमें से अधिकतर में बीजेपी को बहुमत मिलता दिख रहा है. इन सबके बीच भाजपा और कांग्रेस ने अपने-अपने सरकार बनाने के दावे किए हैं. गणेश गोदियाल ने एग्जिट पोल पर बोलते हुए कहा कि कांग्रेस 43-45 सीट जीतकर सरकार बनाने जा रही है.
5- Election 2022: अस्थिर रहा है उत्तराखंड का राजनीति इतिहास, CM कुर्सी बनी विकास का रोड़ा
10 मार्च को उत्तराखंड के पांचवें विधानसभा चुनाव का परिणाम आएंगे. तभी फैसला हो जाएगा कि जनता इस बार किसे प्रदेश की जिम्मेदारी सौंपने जा रही है. वहीं चुनाव परिणाम आने से पहले आज आपको उत्तराखंड के उस राजनीतिक इतिहास से रूबरू होने जा रहे हैं, जो यहां के विकास में सबसे बड़ा रोड़ा बना है. ये रोड़ा है सीएम की कुर्सी. इसी वजह से उत्तराखंड की राजनीतिक हमेशा अस्थिर रही है.