1- उत्तराखंड में बादलफाड़ मुसीबत, सड़क से लेकर कस्बे तक डूबे, कहीं मकान ढहे तो कहीं गाड़ियां
उत्तराखंड में बारिश ने जमकर कहर बरपाया है. बारिश, भूस्खलन और बादल फटने के कारण अब तक 3 मौतें हो चुकी हैं, जबकि 12 लोग घायल हुए हैं. इन घटनाओं में 13 लोग लापता बताए जा रहे हैं. एसडीआरएफ की टीमें लापता लोगों की तलाश में रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है.
2- तमसा नदी के वेग आगे लोहे का पुल भी नहीं टिका, टपकेश्वर मंदिर को भी हुआ भारी नुकसान
देहरादून के प्रसिद्ध टपकेश्वर मंदिर से लगकर बहने वाली तमसा नदी भारी बारिश से उफान पर है. पानी के तेज बहाव के चलते रात 4:30 बजे टपकेश्वर में तमसा नदी के उस पार मौजूद संतोषी माता मंदिर में जाने वाला लोहे का पुल पूरी तरह से क्षतिग्रस्त होकर बह गया. जिसकी वजह से जहां एक तरफ संतोषी माता मंदिर में जाने वाला मार्ग बंद हो गया, इसके अलावा टपकेश्वर में लगी बड़ी हनुमान जी की मूर्ति के आसपास मौजूद सभी छोटी मूर्तियां पानी में बह गईं.
3- 2013 में आई आपदा की यादें हुई ताजा, 5 सेकेंड में नदी में समा गया दो मंजिला मकान
उत्तराखंड में शनिवार को बारिश ने जो कहर बरपाया है, उसने एक बार फिर 2013 की आपदा के जख्म ताजा कर दिए हैं. उत्तराखंड के कई इलाकों से आपदा की भयानक तस्वीरें सामने आई हैं, जो किसी के भी रौंगटे खड़े कर दें.
4- बादल फटने के बाद बुलडोजर पर आपदाग्रस्त क्षेत्र पहुंचे CM धामी, सेना से भी मदद ले सकती है सरकार
उत्तराखंड में मौसम का मिजाज तल्ख है. बीते दिन से हो रही बारिश लोगों पर आफत बनकर टूट रही है. जिससे जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. देहरादून के मालदेवता में बादल फटा है. आपदा के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुलडोजर पर बैठकर आपदा ग्रस्त क्षेत्रों को दौरा किया.
5- जौलीग्रांट एयरपोर्ट पानी में डूबा, एम्स ऋषिकेश का इमरजेंसी वार्ड भी हुआ लबालब
भारी बारिश के बाद पूरा देहरादून जिला पानी पानी हो गया है. रायपुर से लेकर ऋषिकेश तक बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं. देहरादून का जौलीग्रांट एयरपोर्ट भी पानी पानी हो रखा है. वहीं ऋषिकेश एम्स का ग्राउंड फ्लोर भी पानी से लबालब है. बादल फटने से माल देवता में कई घरों को नुकसान पहुंचा है.