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उत्तराखंड की 10 बड़ी खबरें @5PM - उत्तराखंड में राशन कार्ड सरेंडर

कृष्णानंद भारती होगा वसीम रिजवी का नया नाम. तीसरे प्रयास में उत्तराखंड की दीक्षा जोशी बनीं IAS. सिद्धू मूसेवाला के हत्यारों की मदद करने वाले देहरादून में पकड़े गए. उत्तराखंड में राशन कार्ड सरेंडर की तिथि 30 जून तक बढ़ी. PWD में संविदा कर्मियों को लेकर नरम हुए महाराज. पहाड़ी जिलों में भेजा जा रही 3 माह का अतिरिक्त राशन. पढ़िए 5 बजे तक की 10 बड़ी खबरें...

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उत्तराखंड की 10 बड़ी खबरें

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Published : May 30, 2022, 5:02 PM IST

1. कृष्णानंद भारती होगा वसीम रिजवी का नया नाम, हिंदू धर्म अपनाने पर बने थे जितेंद्र नारायण त्यागी

हरिद्वार धर्म संसद में विवादित बयानों के चलते सुर्खियों में आए वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी जल्द ही संन्यास ग्रहण करेंगे. इसके साथ ही उनका नया नामकरण भी होगा. शांभवी पीठाधीश्वर स्वामी आनंद स्वरूप की मानें तो उनका नाम श्रीकृष्ण के नाम पर कृष्णानंद भारती रखा जाएगा.

2. तीसरे प्रयास में उत्तराखंड की दीक्षा जोशी बनीं IAS, हासिल की 19वीं रैंक, पिता हैं BJP के प्रवक्ता

संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने सोमवार को सिविल सेवा परीक्षा-2021 के परिणाम घोषित किए हैं. जिसमें उत्तराखंड की बेटी दिशा जोशी ने 19वां स्थान हासिल किया है. दिशा जोशी के पिता सुरेश जोशी उत्तराखंड में बीजेपी के बड़े नेता हैं.

3. सिद्धू मूसेवाला के हत्यारों की मदद करने वाले देहरादून में पकड़े गए, पूछताछ के लिए साथ ले गई पंजाब पुलिस

पंजाब के सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में शामिल आरोपियों की मदद करने वाले 6 लोगों को एसटीएफ ने देहरादून के शिमला बाईपास से गिरफ्तार किया है. आरोपियों को पंजाब पुलिस पूछताछ के लिए अपने साथ ले गई है.

4. उत्तराखंड में राशन कार्ड सरेंडर की तिथि 30 जून तक बढ़ी, अब तक 30 हजार लोग करवा चुके जमा

उत्तराखंड में राशन कार्ड सरेंडर की तिथि 30 जून तक बढ़ा दी गई है. इसके बाद भी गरीबों का राशन डकारा तो कड़ी कार्रवाई होगी. अभी तक 30 हजार अपात्र लोग अपना राशन कार्ड जमा करवा चुके हैं. जिसमें सबसे ज्यादा उधम सिंह नगर में सरेंडर हुए हैं.

5. देहरादून: PWD में संविदा कर्मियों को लेकर नरम हुए महाराज, कही ये बात

उत्तराखंड लोक निर्माण विभाग में पिछले लंबे समय से संविदा पर लगे इंजीनियर और अन्य छोटे कर्मचारी आंदोलनरत है, पिछली सरकार के कार्यकाल में इन कर्मचारियों को विभाग ने बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था. विभाग से हटाए गए संविदा कर्मियों में ना केवल जूनियर इंजीनियर थे. बल्कि बड़ी संख्या में आउटसोर्स पर वाहन चालक ऑपरेटर और टेक्नीशियन कि भी विभाग द्वारा छुट्टी कर दी गई थी. ऐसे में ये सभी संविदा कर्मचारी आंदोलनरत हैं.

6. मॉनसून की चुनौतियों से निपटने की तैयारी, पहाड़ी जिलों में भेजा जा रही 3 माह का अतिरिक्त राशन

उत्तराखंड में मॉनसून सीजन के दौरान होने वाली मुश्किलों को देखते हुए सभी विभाग अपने-अपने स्तर पर अभी से तैयारियों में जुटे हुए हैं. मॉनसून सीजन में पहाड़ी जिलों में किसी भी तरह के खाद्यान्न की कमी हो इसको लेकर वहां पर तीन महीने का आतिरिक्त राशन भेजा जा रहा है.

7. सावधान! चारधाम रजिस्ट्रेशन के नाम पर हो रही धोखाधड़ी, मध्य प्रदेश के यात्रियों से ठगे गए 6 लाख

उत्तराखंड चारधाम ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के नाम पर तीर्थयात्रियों के लगातार धोखाधड़ी के मामले सामने आ रहे हैं. ऋषिकेश कोतवाली में ऐसी ही दो मामले दर्ज किए हैं, जहां तीर्थयात्रियों से चारधाम ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के नाम पर करीब 6 लाख रुपए की ठगी हुई है.

8. उत्तरकाशी के पटुडी धनारी में पांडव लीला का समापन, अंतिम दिन किया पांडव नृत्य

उत्तरकाशी जनपद के पटुडी धनारी में सात दिनों से चल रहा पांडव लीला का मंचन का समापन हो गया है. ग्रामीणों ने अपनी पुरानी धरोहर एवं लोक संस्कृति को बचाने के लिए पांडव नृत्य एवं पांडव लीला का मंचन करके इस विधा को बचाए रखने का प्रयास किया है.

9. आय से अधिक संपति मामले में घिरे IAS रामविलास यादव, मुकदमा दर्ज

आय से अधिक संपति मामले में आईएएस अधिकारी रामविलास यादव की मुश्किलें बढ़ गई हैं. जांच में विजिलेंस ने आरोपों को सही पाया है. अब आईएएस अधिकारी रामविलास यादव के खिलाफ इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.

10. तिलाड़ी कांड: 92 साल पहले गोलियों से भून दिए गए थे हक हकूक मांगने वाले, 100 से ज्यादा हुए थे शहीद

उत्तराखंड में जंगलों से जुड़े अपने हक हकूकों की रक्षा के लिए 92 साल पहले एक आंदोलन हुआ था. लेकिन उस आंदोलन के दमन को याद कर आज भी सिहरन पैदा हो जाती है. 30 मई 1930 को टिहरी रियासत के अधिकारियों ने तिलाड़ी के मैदान में अपने हक हकूकों को लेकर पंचायत कर रहे सैकड़ों ग्रामीणों को गोलियों से भून डाला था. गोलियों से बचने के लिए भागे कई ग्रामीण यमुना नदी में बह गए थे. तिलाड़ी कांड को रवाईं ढंडक और गढ़वाल का जलियांवाला बाग कांड के नाम से भी जाना जाता है.

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