1- बारातियों की कार खाई में गिरी, चार लोगों की मौत, दो की हालत गंभीर
उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में शनिवार (3 दिसंबर) सुबह बड़ा हादसा हो गया (car accident in Almora). यहां शादी की खुशियां मातम में बदल गई (car fell into a ditch). इस हादसे में चार बारातियों की मौत हो गई (Four people died). सभी लोग बारात से लौट रहे थे, तभी ये हादसा हुआ.
2- चमोली निवासी युवक की मौत के बाद अस्पताल में जबरदस्त हंगामा, विधायक भी पहुंचे, लक्खीबाग चौकी इंचार्ज सस्पेंड
चमोली निवासी युवक विपिन रावत के साथ मारपीट के बाद मौत (Chamoli youth died) के मामले में आज परिजनों समेत स्थानीय लोगों ने निजी अस्पताल में हंगामा किया. बदरीनाथ विधायक राजेंद्र भंडारी (Badrinath MLA Rajendra Bhandari) समेत क्षेत्रीय लोग अस्पताल में इकट्ठा हुए और पुलिस पर आरोपियों के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया. इसके बाद देहरादून एसएसपी ने इस मामले में लक्खीबाग चौकी इंचार्ज प्रवीण सैनी को निलंबित कर दिया है.
3- अंकिता हत्याकांड: VIP के नाम का खुलासे पर अड़ी कांग्रेस, राजभवन के बाहर आक्रोश प्रदर्शन
अंकिता भंडारी हत्याकांड और विधानसभा बैंक डोर भर्ती घोटाले के मामले में राजभवन के सामने धरने पर बैठे कांग्रेस नेता जयेंद्र रमोला को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. पुलिस जयेंद्र रमोला को हिरासत में लेकर गढ़ी कैंट थाने ले आई, जहां जयेंद्र रमोला के समर्थन में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने भी थाने में विरोध प्रदर्शन किया.
4- टेक होम राशन योजना पर कांग्रेस मुखर, कहा-योजना बंद कर सरकार महिलाओं का छिनना चाहती है रोजगार
उत्तराखंड में कांग्रेस ने टेक होम राशन योजना पर सरकार को घेराना शुरू कर दिया है. कांग्रेस ने धामी सरकार पह हमला बोलते हुए कहा कि सरकार टेक होम राशन योजना बंद करना चाहती है. ऐसा करके प्रदेश की महिलाओं का रोजगार छिना जा रही है.
5-उत्तराखंड में साल दर साल बढ़ रहा विदेशी अपराधियों का ग्राफ,आंकड़ों से समझिए हालात
उत्तराखंड में आपराधिक मामलों में विदेशियों की संख्या लगातार (Criminal Cases in Uttarakhand) बढ़ रही है. उत्तराखंड में साल 2021 में कुल इस तरह के 13 मामले(13 cases of foreign criminals in 2021) सामने आए. 2019 में इस तरह के 53 मुकदमे (53 cases filed against foreign criminals in 2019) दर्ज हुए, जो कि अभी तक सबसे ज्यादा है. विदेशी नागरिकों पर आपराधिक मुकदमे को लेकर सबसे आगे बांग्लादेशी (Bangladeshis at the forefront of criminal cases) हैं, इसके बाद नाइजीरिया के नागरिकों पर भी मुकदमों की संख्या काफी ज्यादा है.