1-देहरादून में 0001 VIP नंबर सात लाख 66 हजार में हुआ नीलाम, RTO की कमाई के टूटे रिकॉर्ड
राजधानी के लोगों को महंगी गाड़ियां खरीदने के साथ वीआईपी नंबर लेने का भी शौक है. आरटीओ द्वारा नए नंबर की सीरीज जारी करने के बाद वीआईपी नंबरों की नीलामी की जाती है. इस बार महंगी गाड़ियों के मुकाबले वीआईपी नंबर ज्यादा पैसों में नीलाम हुए हैं.
2-जसपुर में विद्युत विभाग के फर्जी कर्मचारी बनकर कर रहे थे वसूली, एक गिरफ्तार, दो फरार
जसपुर में विद्युत विभाग (Kashipur Electricity Department) के फर्जी अधिकारी और कर्मचारी बनकर उपभोक्ताओं को धमकाने का मामला सामने आया है. स्थानीय लोगों ने युवक को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया है, जबकि उसके दो साथी मौका पाकर फरार हो गए. पकड़े गए आरोपी के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज (Fake officer arrested in Kashipur) कर लिया है. जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को कोर्ट के समक्ष पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है. जबकि उसके दो अन्य साथियों की तलाश में दबिश दी जा रही हैं.
3-देहरादून की 5500 बीघा सरकारी जमीन चढ़ गई अतिक्रमण की भेंट, 47 साल से चल रहा खेल
देहरादून की 5500 बीघा सरकारी जमीन पर अतिक्रमण हो गया है. इसका खुलासा तब हुआ जब देहरादून में भाजपा मुख्यालय निर्माण के लिए चिन्हित जमीन चाय बागान की निकली. इसके बाद मामले की जांच की गई तो जमीनों पर कब्जों व कब्जों की तैयारी की कहानी का पता चला है. खास बात ये है कि ये खेल 47 साल से चलता आ रहा है.
4-अग्रिवीर भर्ती के लिए हल्द्वानी तहसील से बने थे ताहिर के फर्जी दस्तावेज, जन सेवा केंद्र पर मुकदमा दर्ज
अल्मोड़ा के रानीखेत में हो रही अग्निवीर भर्ती में फर्जी दस्तावेज (agniveer recruitment fake documents) बनाकर प्रतिभाग करने वाले उत्तर प्रदेश निवासी ताहिर का फर्जी दस्तावेज हल्द्वानी तहसील से जारी हुआ है. पूरे मामले में एसडीएम मनीष कुमार (Haldwani SDM Manish Kumar) ने जांच के आदेश दिए हैं. साथ ही जिस जन सेवा केंद्र से फर्जी दस्तावेज को स्कैन कर लगाया गया था, उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई की जा रही है. मामले की जांच राजस्व उपनिरीक्षक दीपक टम्टा को सौंपी गई है.
5-देहरादून के लालतप्पड़ में तीन शव मिलने से हड़कंप, पशुलोग बैराज में भी दिखी एक डेड बॉडी
लालतप्पड़ चौकी क्षेत्र में नदी के पास तीन शव मिलने से हड़कंप मचा है. पशुलोक बैराज पर भी एक शव दिखाई दिया है. सेनानायक SDRF मणिकांत मिश्रा के आदेशानुसार वाहिनी मुख्यालय, जौलीग्रांट से अलर्ट टीम, हेडकॉन्स्टेबल त्रिभुवन सिंह के नेतृत्व में लालतप्पड़ व पोस्ट ढालवाला से डीप डाइविंग टीम, घटनास्थल के लिए रवाना हो गई है.