1-शादी के बीच ऑटो चालक पहुंचा ज्वेलरी से भरा बैग लौटाने, कहा- इनाम नहीं बिटिया को दूंगा आशीर्वाद
हल्द्वानी के मुखानी में एक शादी थी, दुल्हन के परिवार वाले 6 लाख रुपए की ज्वेलरी खरीदी और ऑटो से बैंकट हॉल पहुंचे, लेकिन ज्वेलरी का बैग ऑटो में ही भूल गए. जिसके बाद ऑटो चालक ने ज्वेलरी का बैग लौटाकर ईमानदारी की मिसाल पेश की. जहां दुल्हन पक्ष के लोगों ने कीर्ति बल्लभ को फूल मालाओं से स्वागत किया.
2-रुड़की: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ही जला दी गई एक्सपायरी दवाइयां, जांच के आदेश
भगवानपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक्सपायरी दवाइयां जलाने का मामला (Roorkee case of burning expired medicines) सामने आया था, पूरे मामले की जांच के आदेश स्वास्थ्य सचिव ने जारी कर दिए हैं.शिकायतकर्ता स्टाफ महिला का ही पति है, जिसकी शिकायत पर अस्पताल प्रबंधन में हड़कंप मचा हुआ है.
3-मकान मालिक ने अनाज की टंकी में झांककर देखा तो उड़ गए होश, अंदर पड़ी थी युवक की लाश
उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में किराएदार अपने साथी की हत्या कर उसका शव अनाज रखने वाली टंकी में रखकर चले गए. किराएदार के मकान खाली करने के दो दिन बाद जब मालिक ने अनाज की टंकी में झांककर देखा तो उसके होश उड़ गए, क्योंकि उसमें युवक की लाश रखी हुई थी.
4-गीता जयंती पर जानें शुभ मुहूर्त और इस तिथि का विशेष महत्व, ऐसे करें उपासना
ज्योतिषाचार्य डॉ. नवीन चंद्र जोशी (Astrologer Dr Naveen Chandra Joshi) के मुताबिक गीता जयंती (Geeta Jayanti Muhurta) मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि के दिन है, जो इस पर्व पर पूरे दिन रवि योग में सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है. भगवान श्रीकृष्ण के द्वारा दिए गए गीता के उपदेश हमेशा-हमेशा के लिए प्रासंगिक हैं. गीता में भगवान श्रीकृष्ण द्वारा दिए उपदेश जीवन को जीने की कला, प्रबंधन, जीवन का मर्म, कर्म आदि हैं. गीता जयंती के मौके पर श्रीकृष्ण के उपदेशों को आप आत्मसात कर सकते हैं.
6-इंसानों पर गुलदारों के हमले बढ़ने की सर्दियां है वजह, तीन सालों में 250 से ज्यादा हुए हमले
उत्तराखंड में सर्दियां बढ़ने के साथ ही गुलदार भी हमलावार होते जा रहे (guldars are getting more aggressive) हैं. बीते कुछ दिनों में गुलदार के हमलों के कई मामला सामने आए (leopard attacked in uttarakhand) हैं, जिसने सरकार और वन विभाग दोनों की चिंता बढ़ा दी है. ऐसे में आम इंसान भी डर से साए में जीने को मजबूर (guldars attacked in uttarakhand) है. आखिर सर्दियों में क्यों ज्यादा घातक साबित हो रहे हैं गुलदार. पढ़े, इसी पर ईटीवी भारत की स्पेशल रिपोर्ट.