1-ऋषिकेश के मधुबन आश्रम में इस्कॉन ट्रस्टियों की बैठक में हंगामा, पुलिस को देना पड़ा दखल
इस्कॉन विवाद पिछले तीन दशकों से सुलझने का नाम नहीं ले रहा है. दो ट्रस्टी पिछले कुछ दशकों से इस्कॉन ट्रस्ट पर अपना हक जता रहे हैं. इसी विवाद को लेकर बीते रोज के अनेक ट्रस्टी बैठक करने के लिए मधुवन आश्रम मुनि की रेती पहुंचे थे. इस्कॉन के सभी सदस्यों का आरोप है कि आश्रम के कुछ कर्मचारियों ने उनकी बैठक में खलल डाल दिया, जिसकी ट्रस्टियों ने निंदा की है.
2-रुद्रपुर में समान नागरिक संहिता पर गठित विशेषज्ञ समिति के सदस्यों ने लोगों से लिए सुझाव
समान नागरिक संहिता कानून (Uniform Civil Code in Uttarakhand) पर गठित विशेषज्ञ समिति ने रुद्रपुर में आम नागरिकों, गणमान्य व्यक्तियों, महिलाओं, विद्यार्थियों, शिक्षकों, वकीलों एवं बुद्धिजीवियों के साथ विस्तार से परिचर्चा की. इस दौरान बैठक में बुद्धिजीवियों द्वारा विभिन्न बिन्दुओं पर अपने-अपने विचार समिति के समक्ष रखे गए, जिन्हें समिति द्वारा रिकार्ड किया गया.
3-मसूरी नगर पालिका ने अवैध निर्माण को दे दिया पीएम स्ट्रीट वेंडर्स जोन का नाम!
नगर पालिका प्रशासन (Mussoorie Municipality) द्वारा अवैध निर्माण को वैध निर्माण बनाए जाने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे का इस्तेमाल किया जा रहा है. ये मामला इन दिनों मसूरी में चर्चा का विषय बना हुआ है. यही नहीं नगर पालिका द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के नाम का इस्तेमाल कर पीएम स्ट्रीट वेंडर्स जोन का नाम भी दे दिया गया है. वहीं अधिशासी अधिकारी राजेश नैथानी को दुकानों पर पीएम स्ट्रीट वेंडर का बोर्ड लगाने की खबर ही नहीं है.
4-देहरादून में खाद्य पदार्थों की दुकानों पर FDA की छापेमारी, पांच सैंपल जांच को भेजे
दीपावली त्योहारी सीजन के मद्देनजर खाद्य पदार्थों व सामग्रियों में मिलावट पर कार्रवाई हो रही है. देहरादून खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) और विजिलेंस की छापेमारी की कार्रवाई जारी है. इसी क्रम में देहरादून के डेयरी प्रतिष्ठानों और स्वीट शॉप में औचक निरीक्षण किया गया. इस दौरान 5 सैंपल एकत्र कर क्वालिटी जांच के लिए राजकीय रुद्रपुर लैब में भेजे गए.
5-रुड़की में बिना अनुमति शोभायात्रा निकालने पर अड़ा वाल्मीकि समाज, पुलिस से हुई धक्का मुक्की
मंगलौर कोतवाली (Roorkee Mangalore Kotwali) क्षेत्र के लंढौरा कस्बे (Roorkee Landhaura town) में वाल्मीकि जयंती पर शोभायात्रा (Roorkee Valmiki Jayanti procession) निकालने की अनुमति ना मिलने पर पुलिस और वाल्मीकि समाज के लोगों के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई. वहीं पुलिस प्रशासन (police administration) के अधिकारी पहली बार इस तरह से शोभायात्रा निकालने की अनुमति नहीं दे पाए, जिससे माहौल गर्मा गया. कस्बे में तनाव का माहौल बनने लगा और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने भारी पुलिस फोर्स के साथ कस्बे में डेरा डाले रखा.