1-एवलॉन्च स्पेशल: माउंटेनियरिंग एडवेंचर में डर के आगे जीत है, ऐसे रहें सुरक्षित
एडवेंचर का शौक रखने वाले लोगों के लिए पर्वतारोहण सबसे पसंदीदा एक्टिविटी में से एक है. पिछले कुछ सालों में उत्तराखंड सहित हिमालय से जुड़े सभी इलाकों में माउंटेनियरिंग की मानो होड़ सी मची है. आज हर कोई हिमालय में मौजूद ऊंची ऊंची आसमान चूमती बर्फीली वादियों का दीवाना है. इन वादियों की दीवानगी इतनी है कि मई 2019 में एवरेस्ट पर लगे पर्वतारोहियों के ट्रैफिक जाम की ख़बर ने पूरी दुनिया में सुर्खियां बनाई थी. इसी दौरान ये सवाल भी उठने लगे थे कि जिन बर्फीले पहाड़ों से हम अठखेलियां करने का शौक पाल रहे हैं, क्या उन पहाड़ों के बारे में हम उतना जानते हैं भी हैं जितना कि जानना जरूरी है.
2-भगवान भरोसे मंदाकिनी व अलकनंदा संगम की सुरक्षा, तेज लहरों से तीर्थयात्री और पर्यटक कर रहे खिलवाड़
अलकनंदा और मंदाकिनी संगम (Alaknanda and Mandakini Sangam) स्थल पर ना तो बेहतर रेलिंग लगाई गई है और न ही किसी सुरक्षाकर्मी की तैनाती की गई है. हालांकि इस क्षेत्र में ग्रामीण निर्माण विभाग की ओर से भव्य आरती मंच का निर्माण किया जा रहा है, जिसको रेलिंग और सुरक्षा से मजबूत किया जाएगा. मगर संगम की सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम कौन करेगा, इस पर किसी का ध्यान नहीं है.
3-Sharad Purnima 2022: शरद पूर्णिमा कल, जानिए क्या है शुभ मुहूर्त और पूजन विधि
शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima festival) 9 अक्टूबर दिन रविवार यानी कल मनाया जाएगा. आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को शरद पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है. शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima) की रात का अपना विशेष धार्मिक महत्व है. इस रात भगवान चंद्रमा, माता लक्ष्मी और भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करने का विधान है. मान्यता है कि शरद पूर्णिमा की रात्रि चंद्रमा पृथ्वी के सबसे निकट होता है. इस दिन चंद्रमा अपनी सोलह कलाओं से परिपूर्ण रहता है. इस दिन चंद्रमा की किरणें अमृत की वर्षा करती हैं.
4-मांस मदिरा परोस रहे होटल रिजॉर्ट पर चिदानंद मुनि का निशाना, बोले- गंगा स्नान की जगह शराब स्नान ठीक नहीं
तीर्थक्षेत्र ऋषिकेश से सटे मुनि की रेती और स्वर्गाश्रम (Rishikesh Munikireti and Swargashram) के आसपास शराब की दुकानों को लेकर परमार्थ निकेतन आश्रम (Rishikesh Parmarth Niketan Ashram) के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद मुनि ने बड़ा बयान दिया है. उनके मुताबिक गंगा स्नान की बजाय शराब स्नान ठीक नहीं है. स्वामी की मानें, तो उत्तराखंड आध्यात्मिक प्रदेश है. लिहाजा, यहां शराब की जगह शांति के ठेके खोलने की जरूरत है. दावा है कि पड़ोसी राज्य यूपी और दिल्ली में अल्प आयु में मृत्यु की समस्या को भी प्रदेश में शांति के ठेके खोलकर कम किया जा सकता है.
5-उत्तराखंड के स्वास्थ्य विभाग ने दवा कंपनियों को नहीं किया भुगतान, आपूर्ति रुकने से मरीज हलकान
प्रदेश के अस्पतालों में सरकार बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं (Uttarakhand health facility) देने के दावे कर रही है. लेकिन हकीकत कुछ और है. हालत ये है कि इन अस्पतालों में मरीजों के लिए पर्याप्त दवाएं तक नहीं हैं. मरीजों को अस्पताल के बाहर से दवा लेनी पड़ती हैं. सरकारी अस्पताल में डॉक्टर, स्टाफ और संसाधन के साथ ही दवाइयों (shortage of medicines in hospital) का घोर अभाव है. अस्पतालों में दवा की कमी के कारण लोगों को महंगी दवा खरीदने के लिए विवश होना पड़ता है.
6-लक्सर में सड़क हादसे में घायल युवक ने तोड़ा दम, फरार डंपर चालक की तलाश तेज
डंपर की चपेट में आए बाइक सवार की इलाज के दौरान मौत (Youth dies in road accident) हो गई है. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और फरार डंपर चालक की तलाश तेज कर दी है. वहीं युवक की मौत से परिवार में मातम छाया हुआ है.
7- मुरादाबाद-काशीपुर हाईवे सुधार के लिए बजट की मंजूरी, CM धामी ने जताया आभार
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में हाईवे के लिए 2,006.82 करोड़ (2,006.82 crore for highways in UP and Uttarakhand) की स्वीकृति मिली है. केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नीतिन गडकरी ने इसकी जानकारी साझा की है. इस हाइवे से उत्तराखंड में पर्यटन और उद्योगों के विकास को बल मिलेगा.
8- उत्तरकाशी एवलॉन्च UPDATE: अब तक 26 पर्वतारोहियों के शव बरामद, परिवार को सौंपे गए 4 शव
उत्तरकाशी में आए एवलॉन्च के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. अब तक 26 शव बरामद किए जा चुके हैं. उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने बतााय कि एडवांस बेस कैंप में तैनात रेस्क्यू टीम द्वारा लापता शेष 3 ट्रेनी की खोजबीन की जा रही है. एवलॉन्च की चपेट में कुल 42 लोग आए थे.
9- पिथौरागढ़ के कई इलाकों में भारी बर्फबारी, पर्यटन व्यवसायियों के चेहरे खिले
पिथौरागढ़ के ओम पर्वत, आदि कैलाश मार्ग, नाबी सहित कूटी के गांव में शुक्रवार को भारी बर्फबारी हो रही है. बर्फबारी के बाद ठंड में वृद्धि हुई है. तो वहीं, सीजन का दूसरा हिमपात होने से पर्यटकों और पर्यटन व्यवसायियों के चेहरे खिल गए हैं.
10- अंकिता की मौत के बाद नींद से जागी सरकार, 160 साल पुराने 'सिस्टम' को खत्म करने की तैयारी
उत्तराखंड की 19 साल की बेटी अंकिता भंडारी जिस 160 साल पुराने राजस्व पुलिस सिस्टम (पटवारी) की भेंट चढ़ी. अब उस व्यवस्था को सरकार बदलने का मन बना रही है. अंकिता भंडारी हत्याकांड के बाद सरकार नींद से जागने को तैयार हुई और राजस्व पुलिस सिस्टम को कैसे बदला जाए इस पर मंथन करना शुरू किया है.