6-नाला निर्माण बना लोगों के लिए सिर दर्द, मेयर ने निरीक्षण कर अधिकारियों को दिए निर्देश
शहर के ज्वालापुर स्थित बकरा मार्केट रोड पर ग्राम्य विकास विभाग द्वारा नाला के निर्माण में बरती जा रही लापरवाही का खामियाजा स्थानीय लोगों को भुगतना पड़ रहा है. क्षेत्र में पिछले 1 महीने से आसपास के मकानों और दुकानों में नाले के निर्माण के कारण जलभराव हो रहा है. जिसका मेयर अनीता शर्मा ने संज्ञान लिया और मौके पर जाकर निरीक्षण किया.
7-इस बार भी यात्रियों की परेशानी बढ़ाएगा चमधार लैंडस्लाइड जोन, नहीं निकला कोई हल
3 मई से इस बार प्रदेश में चारधाम यात्रा शुरू होने जा रही है. 3 मई को सबसे पहले गंगोत्री-यमनोत्री के कपाट खुलने जा रहे हैं. 6 मई को भगवान केदारनाथ और 8 मई को बदरीनाथ के कपाट खुलेंगे. यात्रा काल के दौरान जब तक बरसात नहीं होती तब तक हालात ठीक रहते हैं, मगर बरसात के शुरू होते ही हालात बिगड़ने लगते हैं.
8-हल्द्वानी में 6 करोड़ की लागत से चमाचम होंगी सड़कें, मॉनसून से पहले का रखा लक्ष्य
शहर और उसके आसपास की बदहाल सड़कें जल्द ठीक होने जा रही हैं. ये सभी सड़कें पिछले काफी समय से जर्जर हालत में हैं. ऐसे में हल्द्वानी सहित आसपास की करीब 50 किलोमीटर की 14 सड़कों को संवारने का काम शुरू होने जा रहा है. बताया जा रहा है कि बरसात से पहले इन सभी सड़कों को दुरुस्त कर दिया जाएगा. जिससे कि बरसात के समय लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े. योजना के तहत ₹63,300,000 से इन 14 सड़कों का सुधारीकरण का काम होना है.
9-दो झोपड़ियों में लगी भीषण आग, मवेशियों समेत लाखों का सामान जलकर राख
शहर में बीते देर रात दो झोपड़ियों में आग लग गई. बताया जा रहा है कि आग लगने से दर्जनभर से अधिक बकरियों और आधा दर्जन से अधिक मुर्गियां समेत झोपड़ियों में खड़ी बाइक, शादी के लिए एकत्र सामान, नकदी जलकर राख हो गई. सूचना पर मौके पर पहुंचे दमकल विभाग के कर्मचारियों ने आग पर बमुश्किल काबू पाया.
10-आयुर्वेद विश्वविद्यालय में हुई नियुक्तियों की होगी जांच, राजभवन तक पहुंचा मामला
उत्तराखंड शासन और आयुर्वेद विश्वविद्यालय (Uttarakhand Ayurved University) के बीच वर्चस्व की लड़ाई अब सीधे तौर पर दिखाई देने लगी है. उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय की तरफ से शासन के आदेशों पर गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है. वहीं, शासन की तरफ से विश्वविद्यालय पर दबाव बनाने के प्रयास करने जैसी स्थितियां भी दिखाई दे रही है. जाहिर है कि विश्वविद्यालय और शासन के अधिकारियों के बीच कुछ ऐसा चल रहा है, जो इन दोनों ही शक्तियों को आपस में टकराने की स्थितियां पैदा कर रहा है.