देहरादूनःउत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (Uttarakhand Subordinate Service Selection Commission) ने 8 भर्ती परीक्षाओं पर रोक लगा दी है. स्नातक स्तरीय भर्ती में पेपर लीक प्रकरण (UKSSSC PAPER LEAK) के बाद आयोग ने यह कदम उठाया है. इस एक कदम से तैयारी करने वाले हजारों युवाओं को झटका लगा है, अब उन्हें और इंतजार करना होगा. बताया जा रहा है कि उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में पिछले 8 महीनों से परीक्षा नियंत्रक यानी एग्जाम कंट्रोलर का पद खाली है. जिसके चलते यह फैसला लिया गया है.
हाल ही में उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में पेपर लीक के मामले के बाद आयोग के अध्यक्ष ने आयोग में रेगुलर एग्जाम कंट्रोलर ना होने पर सख्त रुख अपनाया और अपने रिजाइन से पहले सरकार को पत्र लिखकर अवगत कराया कि आयोग में बिना रेगुलर एग्जाम कंट्रोलर के परीक्षाएं नहीं करवाई जाएंगी. वहीं, आयोग के अध्यक्ष राजू द्वारा इस कार्रवाई के बाद आयोग में प्रक्रिया में चल रही तकरीबन आठ भर्तियां अलग-अलग स्तर पर स्थगित हो गई हैं और अब आयोग में नियमित परीक्षा नियंत्रक की नियुक्ति के बाद ही इन प्रक्रियाओं को आगे बढ़ाया जाएगा. आयोग के सचिव संतोष बडोनी का कहना है कि परीक्षा नियंत्रक का पद बेहद महत्वपूर्ण है और यह पूरी तरह से स्वतंत्र होना जरूरी है, जिसके लिए लगातार शासन से मांग की जा रही है. बता दें कि उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में आखिरी परीक्षा नियंत्रक एनएस डांगी थे और उनका कार्यकाल 31 जनवरी 2022 को पूरा हो गया था.
बता दें कि अबतक आयोग में एक रेगुलर एग्जाम कंट्रोलर की नियुक्ति नहीं हो पाई है. इस दौरान आयोग द्वारा 4 भर्तियां करवाई गई है लेकिन हाल ही में उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में पेपर लीक के मामले के बाद आयोग के अध्यक्ष ने आयोग में रेगुलर एग्जाम कंट्रोलर ना होने पर सख्त रुख अपनाया और अपने रिजाइन से पहले सरकार को पत्र लिखकर अवगत कराया कि आयोग में बिना रेगुलर एग्जाम कंट्रोलर के परीक्षाएं नहीं करवाई जाएंगी.