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UKSSSC ने 8 भर्ती परीक्षाओं पर लगाई रोक, 3 लाख से ज्यादा युवाओं की उम्मीदों को लगा झटका

उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने 8 भर्ती परीक्षाओं पर रोक लगाई है. स्नातक स्तरीय भर्ती में पेपर लीक प्रकरण के बाद आयोग ने यह कदम उठाया है. दूसरी तरफ उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में पिछले 8 महीनों से परीक्षा नियंत्रक यानी एग्जाम कंट्रोलर का पद खाली है. जिसके चलते यह फैसला लिया गया है.

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Published : Aug 9, 2022, 10:47 PM IST

देहरादूनःउत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (Uttarakhand Subordinate Service Selection Commission) ने 8 भर्ती परीक्षाओं पर रोक लगा दी है. स्नातक स्तरीय भर्ती में पेपर लीक प्रकरण (UKSSSC PAPER LEAK) के बाद आयोग ने यह कदम उठाया है. इस एक कदम से तैयारी करने वाले हजारों युवाओं को झटका लगा है, अब उन्हें और इंतजार करना होगा. बताया जा रहा है कि उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में पिछले 8 महीनों से परीक्षा नियंत्रक यानी एग्जाम कंट्रोलर का पद खाली है. जिसके चलते यह फैसला लिया गया है.

हाल ही में उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में पेपर लीक के मामले के बाद आयोग के अध्यक्ष ने आयोग में रेगुलर एग्जाम कंट्रोलर ना होने पर सख्त रुख अपनाया और अपने रिजाइन से पहले सरकार को पत्र लिखकर अवगत कराया कि आयोग में बिना रेगुलर एग्जाम कंट्रोलर के परीक्षाएं नहीं करवाई जाएंगी. वहीं, आयोग के अध्यक्ष राजू द्वारा इस कार्रवाई के बाद आयोग में प्रक्रिया में चल रही तकरीबन आठ भर्तियां अलग-अलग स्तर पर स्थगित हो गई हैं और अब आयोग में नियमित परीक्षा नियंत्रक की नियुक्ति के बाद ही इन प्रक्रियाओं को आगे बढ़ाया जाएगा. आयोग के सचिव संतोष बडोनी का कहना है कि परीक्षा नियंत्रक का पद बेहद महत्वपूर्ण है और यह पूरी तरह से स्वतंत्र होना जरूरी है, जिसके लिए लगातार शासन से मांग की जा रही है. बता दें कि उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में आखिरी परीक्षा नियंत्रक एनएस डांगी थे और उनका कार्यकाल 31 जनवरी 2022 को पूरा हो गया था.

बता दें कि अबतक आयोग में एक रेगुलर एग्जाम कंट्रोलर की नियुक्ति नहीं हो पाई है. इस दौरान आयोग द्वारा 4 भर्तियां करवाई गई है लेकिन हाल ही में उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में पेपर लीक के मामले के बाद आयोग के अध्यक्ष ने आयोग में रेगुलर एग्जाम कंट्रोलर ना होने पर सख्त रुख अपनाया और अपने रिजाइन से पहले सरकार को पत्र लिखकर अवगत कराया कि आयोग में बिना रेगुलर एग्जाम कंट्रोलर के परीक्षाएं नहीं करवाई जाएंगी.

जनवरी 31 को नारायण सिंह डांगी के जाने के बाद अब तक आयोग में नियमित एग्जाम कंट्रोलर नियुक्त नहीं किया गया है. उम्मीद है कि आयोग के बिना एग्जाम कंट्रोलर परीक्षा ना करवाने के फैसले के बाद उत्तराखंड शासन इस पर कुछ संज्ञान लेते हुए एग्जाम कंट्रोलर की नियुक्ति को लेकर कोई मजबूत फैसला लेगा.
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जानकारी के अनुसार, पिछले दिनों उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने से पहले एस राजू ने शासन को भर्तियां रोकने का पत्र भेजा. पत्र में उन्होंने कहा कि, इन भर्तियों को कराने के लिए पिछले 8 महीने से परीक्षा नियंत्रक नहीं है. जब तक शासन परीक्षा नियंत्रक तैनात नहीं करता तब तक परीक्षाएं नहीं हो पाएगी. दिसंबर में परीक्षा नियंत्रक नारायण डांगी सेवानिवृत्त होने के बाद कामचलाऊ व्यवस्था के तहत सचिव के पास परीक्षा नियंत्रक की जिम्मेदारी है. वहीं, कार्मिक विभाग का कहना है कि, परीक्षा नियंत्रक पद पर तैनाती के लिए प्रक्रिया चल रही है.

UKSSSC में इन 08 भर्तियों पर लगाई रोकः आयोग (UKSSSC) द्वारा जिन भर्तियों पर रोक लगाई गई है, उनकी आवेदन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. इनमें कुल 4,200 पदों पर होने वाली 8 भर्तियां हैं. इनमें फॉरेस्ट गार्ड के 894 पद, पटवारी–लेखपाल के 520 पद, पुलिस कांस्टेबल के 1521 पद, पुलिस एसआई के 272 पद, लैब असिस्टेंट भर्ती के 200 पद, सहायक लेखाकार री एग्जाम के 662 पद, उत्तराखंड जी भर्ती के 76 पद और गन्ना पर्यवेक्षक के 100 पद शामिल हैं. इन पदों के लिए युवाओं ने बड़ी संख्या में आवेदन किया है. करीब तीन लाख से ज्यादा युवाओं को इन भर्तियों का इंतजार है.

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