देहरादून: उत्तराखंड अधीनस्थ चनय आयोग पेपर लीक मामला (UKSSSC Paper leak) इन दिनों प्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ है. उत्तराखंड एसटीएफ (उत्तराखंड स्पेशल टॉस्क फोर्स) इस मामले में अभीतक 13 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है, जिसमें 7 सरकारी कर्मचारी है. वहीं, उत्तराखंड एसटीएफ अब पुलिस रिमांड पर लिए गए पीआरडी जवान मनोज जोशी के बैंक खाते और प्रॉपर्टी को खंगाल रही है, ताकि आरोपियों के खिलाफ ठोस सबूत जुटाए जा सकें. वहीं, उत्तराखंड एसटीएफ को यूकेएसएसएससी एग्जाम कंट्रोलर की भी तलाश है.
UKSSSC Paper leak मामले में उत्तराखंड एसटीएफ ने जेल में बंद पीआरडी जवान मनोज जोशी को एक दिन की रिमांड पर लिया और उसे अल्मोड़ा ले गई, जहां एसटीएफ ने कई ठिकानों पर छापेमारी की. इस दौरान एसटीएफ को मनोज जोशी के खाते में करीब 11 लाख रुपए जमा होने की जानकारी भी मिली. बताया जा रहा है कि ये रकम मनोज जोशी खाते में यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले की जरिये ही आई थी. इसके अलावा यूकेएसएसएससी पेपर लीक कर मनोज जोशी ने कुछ अन्य प्रॉपर्टी भी अर्जित की है. एसटीएफ ने मनोज जोशी का बैंक खाता और प्रॉपट्री को फ्रीज कर दिया है.
STF को एग्जाम कंट्रोलर की तलाश. पढ़ें- UKSSSC पेपर लीक मामले में नया खुलासा, एक नहीं तीनों पालियों में लीक हुए थे पेपर उत्तराखंड एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि उन्हें मनोज जोशी से कई ऐसे अहम सबूत मिले हैं, जिससे यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले की कई नई परतें खुल सकती हैं. ऐसे में कुछ और जानकारी हासिल करने के लिए एसटीएफ ने कोर्ट से एप्लीकेशन देकर मनोज जोशी की एक दिन की रिमांड बढ़ाई है.
एग्जाम कंट्रोलर की तलाश: उत्तराखंड एसटीएफ UKSSSC Paper leak मामले में पूर्व एग्जाम कंट्रोलर की तलाश है, जो जनवरी 2022 में रिटायर्ड हो चुका है. उत्तराखंड एसटीएफ को एग्जाम कंट्रोलर के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है. बताया जा रहा है कि UKSSSC की 2015 से आयोजित सभी परीक्षाओं की सारी जिम्मेदारी एक्जाम कंट्रोलर के पास ही रहती थी. UKSSSC का कौन सा पेपर कहां छपना है, वहां से कहां पहुंचना है, परीक्षाएं किन-किन स्थानों में करानी है. पेपर के दिन सीसीटीवी कैमरा और परीक्षा ड्यूटी कर्मियों से लेकर अन्य तमाम जानकारियों एग्जाम कंट्रोलर के पास होती है.
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एसटीएफ एसएसपी अजय सिंह के मुताबिक, अभी तक एग्जाम कंट्रोलर का उन्हें पता नहीं मिला है. एग्जाम कंट्रोलर का मोबाइल नंबर और घर का पता निकालने के लिए आयोग के अधिकारियों और कर्मचारियों से संपर्क किया गया है. एसटीएफ का मानना है कि उन्हें एग्जाम कंट्रोलर से कई अहम जानकारी मिल सकती है.
पंचायत सदस्यों के नाम भी आए सामने:UKSSSC Paper leak मामले में कुछ पंचायत सदस्यों के नाम भी संदेह सामने आया है. बताया तो यहां तक जा रहा है कि जिन लोगों एसटीएफ ने संदेह के घेरे में लिया और वो प्रदेश के बाहर जा चुके हैं. कुछ ने तो देश भी छोड़ दिया है. हालांकि, इस मामले में एसटीएफ ने साफ किया है कि जब तक किसी के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिलता है, उसके बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है. जानकारी के अनुसार, पेपर लीक केस में एक जिला पंचायत सदस्य के खिलाफ 2020 में में मुकदमा दर्ज हुआ था.