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राम मंदिर: आंदोलन के दौरान 19 दिन टिहरी जेल में रहे थे विधानसभा अध्यक्ष, साझा की यादें - अयोध्या राम मंदिर शिलान्यास

अयोध्या में राम मंदिर शिलान्यास के अवसर पर उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने आंदोलन के समय की अपनी यादों को साझा किया. उन्होंने बताया कि किस तरह जोश के साथ वो राम मंदिर आंदोलन में कूदे थे और इस दौरान उन्हें टिहरी जेल में भी बंद रखा गया था.

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राम मंदिर के लिए मुझे भी हुई थी जेल, सहनी पड़ी थी प्रताड़ना- प्रेमचंद अग्रवाल

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Published : Aug 4, 2020, 3:38 PM IST

Updated : Aug 4, 2020, 4:56 PM IST

ऋषिकेश: अयोध्या में राम मंदिर शिलान्यास के अवसर पर मंगलवार को विधानसभा अध्यक्ष के बैराज स्थित कैंप कार्यालय में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि राम मंदिर के लिए उन्होंने भी काफी प्रताड़ना सही है और जेल भी काटी है और आज राम मंदिर निर्माण होने पर काफी खुशी है.

आंदोलन के दौरान 19 दिन टिहरी जेल में रहे थे विधानसभा अध्यक्ष

विधानसभा अध्यक्ष ने 1990 में राम मंदिर निर्माण के प्रकरण से जुड़ी उनकी यादों को साझा करते हुए बताया कि अयोध्या में राम शिला पूजन के दौरान उनके एवं हजारों लोगों द्वारा गांव-गांव जाकर हिंदू धर्म के लिए जनजागृति की गई. जब अयोध्या आने का आह्वान किया गया था तो पूरे प्रदेश में योजनाबद्ध तरीके से कारसेवकों को गिरफ्तार करने की योजना बनाई गई थी. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि उन्हें मिलाकर 52 कारसेवकों को टिहरी जेल में बंद कराया गया था.

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इस दौरान डोईवाला में कारसेवकों को देहरादून से टिहरी जेल ले जाते वक्त हजारों की संख्या में राम भक्तों द्वारा सभी कारसेवकों को पुलिस की गाड़ियों से छुड़ाया गया था. उन्होंने बताया कि 19 दिन टिहरी जेल में रहने के बाद डोईवाला में हजारों की भीड़ ने उनका भव्य स्वागत किया था.

राम मंदिर प्रकरण के दौरान उनके पिता मांगेराम भूमिगत हुए थे और उनके बड़े भाई ताराचंद अग्रवाल छोटे भाई ईश्वर चंद्र अग्रवाल व चचेरे भाई रामनिवास को भी पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था.

Last Updated : Aug 4, 2020, 4:56 PM IST

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