देहरादून:उत्तराखंड विधासभा चुनाव 2022 (uttarakhand assembly election 2022) में सयुंक्त किसान मोर्चा (Sanyukt Kisan Morcha, Uttarakhand)के किसान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के समर्थन में आ गए हैं. सयुंक्त किसान मोर्चा उत्तराखंड के सदस्यों का कहना है कि देश के प्रधानमंत्री ने किसानों के लिए लाए गए तीनों काले कानूनों को वापस ले लिया है, साथ ही किसान आंदोलन के दौरान जो किसान शहीद हुए थे, उन्हें भी मोदी सरकार ने मुआवजा दिया है. अब किसानों की मात्र न्यूनतम समर्थन मूल्य की मांग है, जिसके लिए उन्हें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री जल्द इस मांग को भी मान लेंगे. ऐसे में किसान मोर्चा ने प्रदेश के किसानों से अपील की है कि वह किसी भी प्रकार का राजनीतिकरण न करें और चुनाव में मतदान कर अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें.
देहरादून में सयुंक्त किसान मोर्चा के सदस्य और उत्तराखंड किसान मंच के अध्यक्ष भोपाल सिंह चौधरी ने कहा कि दिल्ली के टिकरी बॉर्डर पर हुए किसान आंदोलन में उत्तराखंड के किसानों ने भी अपनी भागीदारी निभाई थी. वहीं, इस किसान आंदोलन के समय भोपाल सिंह चौधरी ने अन्ना हजारे से भी आंदोलन की बागडोर संभालने की मांग की थी, जिस पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी पत्र लिखा था. चौधरी ने कहा कि अब वह उत्तराखंड के किसानों से अपील करते हैं कि अन्य प्रदेशों की तरह यहां पर राजनीति न करें, क्योंकि जो किसानों की मांगें थी, वह मोदी सरकार ने मान ली है.