देहरादून:हरिद्वार बाईपास रोड स्थित उत्तराखंड रोडवेज की वर्कशॉप को शिफ्ट किए जाने को लेकर रोडवेज कर्मचारियों में आक्रोश है. ऐसे में शनिवार को उत्तराखंड रोडवेज संयुक्त कर्मचारी परिषद की ओर से वर्कशॉप परिसर में एक बार फिर सांकेतिक धरना दिया जाएगा.
गौरतलब है कि उत्तराखंड रोडवेज की भूमि 5 एकड़ में फैली हुई है. आने वाले समय में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत इस जमीन पर इंटीग्रेटेड ऑफिस कॉम्प्लेक्स बनाया जाएगा. इस जमीन के लिए स्मार्ट सिटी लिमिटेड की ओर से 20 करोड़ रुपए की धनराशि उत्तराखंड परिवहन निगम के खाते में ट्रांसफर भी कर दी गई है. जिससे रोड़वेज कर्मचारी बिल्कुल संतुष्ट नही हैं.
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उत्तराखंड रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद के प्रदेश महामंत्री दिनेश पंत ने बताया कि शासन प्रशासन की ओर से उत्तराखंड रोडवेज की कार्यशाला को ट्रांसपोर्ट नगर में शिफ्ट किया जा रहा है. लेकिन ट्रांसपोर्ट नगर में व्यवस्थाएं पूरी तरह खस्ताहाल हैं. ऐसे में सभी कर्मचारी चाहते हैं कि शासन-प्रशासन उत्तराखंड परिवहन निगम को आईएसबीटी का स्वामित्व प्रदान करें. साथ ही हरिद्वार रोड़ स्थित उत्तराखंड रोडवेज वर्कशॉप की 5 एकड़ भूमि की एवज में 100 करोड़ की धनराशि भी उत्तराखंड परिवहन निगम के खाते में डाले. यदि सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं देती तो निकट भविष्य में रोडवेज कर्मचारी उग्र आंदोलन करने के साथ ही चक्का जाम करने को मजबूर होंगे.
जानकारी के अनुसार, हरिद्वार बाईपास रोड़ पर स्थित उत्तराखंड रोडवेज की यह वर्कशॉप 50 साल पुरानी है. जो 5 एकड़ भूमि में है. जिसकी कीमत सरकारी सर्कल रेट के हिसाब से लगभग 58 करोड़ है. लेकिन स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने शहर के बीचों बीच मौजूद इस जमीन के लिए महज 20 करोड़ रुपए ही उत्तराखण्ड परिवहन निगम के खाते में डाले गए हैं.