हरिद्वार: धर्मनगरी हरिद्वार में आयोजित होने वाले महाकुंभ मेले को लेकर पुलिस ने अपनी कमर कस ली है. उत्तराखंड पुलिस कुंभ मेले की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अलर्ट है. साधु-संतों और श्रद्धालुओं की सुरक्षा में किसी तरह की कोई कोताही नहीं बरती जा रही है. यही कारण है कि पुलिस ने कुंभ मेले में असामाजिक व राष्ट्र विरोधी तत्वों पर नजर रखने का भी प्लान तैयार किया है.
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शनिवार को डीजीपी अशोक कुमार ने कुंभ की सुरक्षा व्यवस्थाओं को लेकर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. बैठक में उन्होंने अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए. बैठक में महाकुंभ में यातायात और भीड़ प्रबंधन के साथ-साथ मुख्य तौर पर असामाजिक व राष्ट्र विरोधी तत्व पर पैनी नजर रखने के प्लान बनाया.
डीजीपी अशोक कुमार द्वारा अधिकारियों को दिए गए दिशा-निर्देश
- उत्तराखंड से लगे पड़ोसी राज्यों से समन्वय स्थापित पर राष्ट्र विरोधी तत्व, आसामाजिक लोग और इनामी कुख्यात बदमाशों की सूची तैयार करें और आगे का कार्रवाई के लिए अलग-अलग टीमों को गठन करें.
- महाकुंभ क्षेत्र में विशेष सतर्कता बरतते हुए नियमित रूप से संवेदनशील भीड़-भाड़ वाले स्थानों जैसे बस स्टेशन और रेलवे स्टेशन समेत धार्मिक स्थलों पर श्वान दल व बम निरोधक की सहायत से सघन चेकिंग अभियान चलाया जाए.
- महाकुंभ आयोजन से पहले महत्वपूर्ण व संवेदनशील स्थानों पर आतंकवाद विरोधी दस्ते की मॉक ड्रिल कराई जाए, ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति से व्यवस्थित व सफल तरीके से निपटा जा सके.
- सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल स्थापित कर हरिद्वार क्षेत्र में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर राष्ट्र विरोधी और सांप्रदायिक पोस्ट शेयर करने वालों पर नजर रखी जाए.
- कुंभ मेले के दौरान हरिद्वार व उसके आसपास के इलाकों में यातायात सुचारु रूप से चलें इसके लिए पुराने अनुभवों से बेहतर व्यवस्था बनाने के निर्देश. वही बाहरी राज्यों व अन्य जनपदों से आने वाले छोटे-बड़े वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था सुनिश्चित करें.
- महाकुंभ आयोजन में भीड़ प्रबंधन के लिए सोची-समझी कार्य योजना तैयार की जाए ताकि किसी भी दशा में भगदड़ ना हो इसके लिए पहले से व्यवस्था सुनिश्चित की जाए.
- होटल और धर्मशाला में नियमित चेकिंग की जाए, ताकि किसी भी तरह के संदिग्ध लोगों की पहचान कर उचित कार्रवाई की जा सके.