देहरादून:आधुनिक युग में सोशल मीडिया एक बहुत बड़ा प्लेटफॉर्म है, जहां लोग बड़ी बेबाकी से अपनी राय, मुद्दे और परेशानियों को रखते हैं. सोशल मीडिया पर एक छोटा सा वीडियो भी कभी-कभी गुमनाम शख्स को भी स्टार बना देता है. रेलवे प्लेटफॉर्म पर गीत गाने वाली रानु मंडल और आज कल सोशल मीडिया में ट्रेंडिंग सॉन्ग 'बसपन का प्यार' गाने वाला बच्चा सहदेव दिर्दो को आज सभी जानते हैं, लेकिन कभी-कभी सोशल मीडिया पर फेक और भ्रामक न्यूज की चिंगारी लोगों के बीच तनाव का कारण बन जाती है.
सोशल मीडिया पर किसी भी खबरों का प्रचार-प्रसार बड़ी ही तेजी से होता है. इसी का फायदा उठाकर कई असामाजिक तत्व या फिर राजनीतिक फायदा उठाने वाले नेता कई तरह की भ्रामक खबरें, सूचनाएं और ट्रोलिंग पोस्ट अपलोड कर सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काने का काम करते हैं. ऐसे में अब उत्तराखंड पुलिस ऐसे लोगों की पहचान कर उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने जा रही है.
उत्तराखंड पुलिस ने डिजिटल प्लेटफॉर्म पर विवादित पोस्ट के जरिए सामाजिक सौहार्द्र बिगाड़ने वालों पर कानूनी शिकंजा कसने के लिए 'सोशल मीडिया इंटरवेंशन सेल' गठित किया गया है. पुलिस के इस विशेष सेल में 4 सब इंस्पेक्टर, 7 पुलिस जवान शामिल होंगे, जो आमजन, सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं की शिकायतें न सिर्फ दर्ज करेंगे, बल्कि जांच करने के साथ ही आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी करेंगे.
सोशल मीडिया से संबंधित शिकायतों को ऑनलाइन और ऑफलाइन भी दर्ज किया जाएगा. कोई भी शिकायतकर्ता अपनी तहरीर को नजदीकी थाने से लेकर सीधे देहरादून एसटीएफ मुख्यालय या फिर देवभूमि पोर्टल में ऑनलाइन भी दर्ज करा सकता है. उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के अधीन गठित 'सोशल मीडिया इंटरवेंशन सेल' न केवल विवादित और भ्रामक पोस्ट के खिलाफ शिकायत दर्ज करेगा. बल्कि इन पोस्ट को तत्काल हटाते हुए संबंधित आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी करेगा.
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