देहरादून:काशीपुर की कुंडेश्वर पुलिस चौकी में कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडेय व खनन कारोबारियों की गुंडई मामले में पुलिस मुख्यालय सख्त नजर आ रहा है. पुलिस मुख्यालय ने काशीपुर पुलिस केआरोपियों को खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. हालांकि मंत्री अरविंद पांडेय के मामले में आलाधिकारी बच रहे हैं.
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उत्तराखंड पुलिस के डीजी (लॉ एंड आर्डर) अशोक कुमार का कहना है कि इस मामले में चार लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. 100 से ज्यादा लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. मंत्री समेत 20 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई है. जिनकी पुलिस तलाश कर रही है.
डीजी अशोक कुमार के मुताबिक मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है. इस मामले में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. वहीं मंत्री के खिलाफ कार्रवाई करने के मामले में पुलिस अधिकारी बचते हुए नजर आ रहे हैं. सूत्रों की मानें तो इस घटना के मुख्य आरोपी को बीजेपी के बड़े नेता का संरक्षण प्राप्त है, जिस पर पुलिस जल्द कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है.
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बता दें कि मंगलवार को काशीपुर कोतवाली की कुंडेश्वरी चौकी के इंजार्च अर्जुन गिरी ने अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 4 डंपरों को सीज किया था. डंपरों को छुड़ाने के लिए खनन कारोबारियों ने कुंडेश्वरी चौकी में हंगाम किया था. इस दौरान कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडेय भी वहां मौजूद थे. मंत्री पांडेय की मौजूदगी में खनन कारोबारियों ने चौकी इंजार्च के साथ मारपीट भी की थी. चौकी इंजार्च ने भागकर जान बचाई थी.
इस मामले में पुलिस ने शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय समेत करीब सौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. इनमें से 20 नामजद हैं. जिसमें से 4 को गिरफ्तार कर लिया गया है. सभी पर पुलिस ने धारा 144 और सरकारी काम में बाधा डालने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. इसके अलावा मंत्री अरविंद पांडेय और खनन कारोबारियों पर चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करने का भी आरोप है.