देहरादून: कानपुर में देर रात शातिर बदमाशों को पकड़ने गई पुलिस टीम पर ताबड़तोड़ फायरिंग में आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए हैं. कानपुर की घटना के बाद उत्तराखंड पुलिस भी अलर्ट हो गई है. पुलिस मुख्यालय द्वारा जिले के सभी 13 जिलों को अलर्ट करते हुए विशेष निगरानी चलाने के निर्देश दिए गए हैं. वहीं, विभिन्न राज्यों से लगी सीमाओं और नेपाल बॉर्डर पर भी पुलिस सख्त चेकिंग अभियान चला रही है.
आरोपी विकास दुबे के उत्तराखंड में संभावित पनाह लेने की आशंका पर पुलिस सतर्क हो गई है. पुलिस संदिग्ध लोगों पर नजर रखे हुए है. डीजी लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार ने कहा कि अगर उत्तराखंड की धरती में विकास दुबे पनाह लेता है तो उसे किसी भी सूरत पर बख्शा नहीं जाएगा. राज्य से ऐसे अपराधी बच कर नहीं निकल सकेंगे.
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वहीं, डीजी अशोक कुमार ने कहा कि कानपुर जैसी घटना उत्तराखंड पुलिस में न हो. इसको लेकर नए सिरे से निर्देश जारी किए गए हैं. किसी भी क्रिमिनल की दबिश और धरपकड़ भारी पुलिसबल के साथ करने के निर्देश दिए हैं.
कानपुर में क्या हुआ
गुरुवार रात करीब साढ़े 12 बजे बिठूर और चौबेपुर पुलिस ने मिलकर विकास दुबे के गांव बिकरू में उसके घर पर दबिश दी. यूपी डीजीपी एचसी अवस्थी ने बताया कि बदमाशों ने पुलिस की गाड़ी को जेसीबी लगाकर गांव के बाहर रोक दिया. जैसे ही पुलिसकर्मी गाड़ी से बाहर निकले, तो पहले से घात लगाए बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी. आरोपी विकास और उसके 8 से 10 साथियों ने पुलिस पर तीन तरफ से ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. घर के अंदर और छतों से गोलियां चलाई गईं. पुलिसकर्मियों की ओर से जवाबी कार्रवाई की गई, लेकिन अंधेरे के कारण बदमाश भागने में कामयाब हुए.