देहरादून: साल 2012 में राजधानी दिल्ली में हुए निर्भया गैंगरेप और हत्याकांड में करीब सवा सात साल के बाद इंसाफ हुआ है. तिहाड़ जेल के फांसी घर में सुबह ठीक 5.30 बजे निर्भया के चारों दोषियों को फांसी दी गई. निर्भया के चारों दोषियों विनय, अक्षय, मुकेश और पवन गुप्ता को एक साथ फांसी के फंदे पर लटकाया गया. ETV BHARAT से खास बातचीत में महिला एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने एक लंबी लड़ाई के बाद न्याय मिलने पर निर्भया के माता-पिता को शुभकामनाएं दी.
निर्भया को इंसाफ मिलने में हुई देरी ये भी पढ़ें: टिहरी:कीवी को बनाया खेती का आधार, बढ़ने लगा कारोबार
रेखा आर्य के मुताबिक इस तरह के मामलों में जल्द से जल्द सजा का प्रावधान होना चाहिए. अपनी व्यक्तिगत राय रखते हुए रेखा आर्य ने कहा कि इस तरह के मामलों में पुनर्विचार का विकल्प नहीं होना चाहिए. केंद्र सरकार ऐसे मामलों पर जल्द न्याय दिलाने की कोशिश करे. निर्भया के दोषियों को फांसी दिए जाने के बाद उन सभी लोगों को एक कड़ा संदेश मिला है, जो महिलाओं के प्रति गलत भावना लेकर समाज में घूम रहे हैं.
उत्तराखंड में महिलाओं की सुरक्षा पर बोलती हुईं रेखा आर्य ने कहा कि प्रदेश सरकार महिलाओं को सुरक्षित महसूस कराने के लिए कई योजनाएं और हेल्पलाइन चला रही है. दूसरी तरफ महिलाओं की जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए भी राज्य सरकार कई योजनाओं पर विचार कर रही है.