देहरादून: देशभर में कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है. उत्तराखंड में कोराना वायरस के कोहराम से प्रदेश की आर्थिक स्थिति खराब हो सकती है. कोरोना वायरस से बचने के लिए राज्य सरकार ने स्कूल-कॉलेज और कोचिंग सेंटरों को बंद कर दिया है. वहीं, दूसरी तरफ रेवेन्यू देने वाले मॉल और दूसरे संस्थान बंद होने की वजह से राज्य सरकार को आर्थिक रूप से नुकसान हो रहा है. ऐसे में कोरोना वायरस को लेकर प्रदेश में जो हालात बन रहे हैं, वो आने वाले समय में उत्तराखंड के लिए बड़े आर्थिक संकट पैदा कर सकते हैं.
उत्तराखंड में कोरोना का 'कोहराम', उठाना पड़ सकता है आर्थिक नुकसान - economic crisis due to corona virus
उत्तराखंड में कोराना वायरस के कोहराम से प्रदेश की आर्थिक स्थिति खराब हो रही है. कोरोना वायरस को लेकर प्रदेश में जो हालात बन रहे हैं वो आने वाले समय में बड़े आर्थिक संकट पैदा कर सकते हैं.
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उत्तराखंड की आर्थिक स्थिति पर पड़ने वाले सवाल पर सरकार के प्रवक्ता मदन कौशिक का कहना है कि यह समय आकलन करने का नहीं है. पूरी दुनिया में जो इस समय मुसीबत आई है, सरकार इस चुनौती को निपटने में जुटी हुई है. सही समय पर आर्थिक चुनौतियों और अन्य बिंदुओं पर चर्चा की जाएगी लेकिन फिलहाल सरकार के लिए लोगों की सुरक्षा प्राथमिकता है. उत्तराखंड आर्थिक सीमित संसाधनों में सिमटा हुआ है. ऐसे में उन चुनिंदा स्रोत को भी कोरोना के चलते बंद करने के आदेश के बाद अब भविष्य में उत्तराखंड की आर्थिक स्थित और कमजोर हो सकती है. जिससे उभरने में एक लंबा वक्त लग सकता है.