देहरादून: पिछले कई महीनों से उत्तराखंड सन्निर्माण एवं कर्मकार कल्याण बोर्ड में चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. कर्मकार बोर्ड के मंत्री हरक सिंह रावत पिछले कुछ दिनों से बोर्ड के अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल को हटाने के लिए लगातार कोशिश कर रहे हैं. इन्हीं सब मुद्दों को लेकर बोर्ड अध्यक्ष ने पहली बार ईटीवी भारत पर अपना पक्ष रखा है.
कर्मकार कल्याण बोर्ड में विवाद इस कदर बढ़ चुका है कि मंत्री हरक सिंह रावत मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से भी बात कर चुके हैं, लेकिन उन्हें न हटाए जाने पर वह अब सरकार से भी नाराज चल रहे हैं. बातचीत में बोर्ड अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल ने बताया कि वह पिछले 40 साल से भाजपा के कार्यकर्ता हैं और प्रदेश भाजपा में कई पदों पर जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं. लेकिन मंत्री हरक सिंह रावत लगातार जो अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं, वो भाजपा के एक छोटे से कार्यकर्ता पर सीधे तौर पर एक आक्रमण है.
सत्याल ने बताया कि इससे पहले कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत इस बोर्ड के अध्यक्ष थे लेकिन इनका कार्यकाल पूरा होने के बाद त्रिवेंद्र सरकार के कार्यकाल में इन्हें दायित्व देते हुए बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया. हालांकि, जब वो बोर्ड के अध्यक्ष बने उस समय बोर्ड के भीतर स्थितियां सामान्य नहीं थी, जिसके बाद उन्होंने उन सभी मामलों की जांच कराई.
बिना वित्तीय स्वीकृति के पैसे जारी
एक मामले का जिक्र करते हुए सत्याल ने कहा कि बिना वित्तीय स्वीकृति के ही बोर्ड के माध्यम से 20 करोड़ जारी किए गए थे, लेकिन जांच में स्थितियां सामने आने के बाद वह पैसा वापस आ गए. उन्होंने बताया कि बोर्ड में काफी वित्तीय अनियमितताएं हैं, जिसकी शासन स्तर पर जांच कराई गई और वो जांच भी पेंडिंग है. ऐसे में सत्याल चाहते हैं कि जांच रिपोर्ट सार्वजनिक होनी चाहिए ताकि, दूध का दूध और पानी का पानी हो.
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दोबारा जांच होनी चाहिए
हालांकि, कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत भी इस बात पर जोर दे रहे हैं कि दोबारा से जांच कराई जानी चाहिए, जिस पर सत्याल ने कहा कि वह मंत्री हरक सिंह रावत के इस फैसले का स्वागत करते हैं और दोबारा जांच कराए जाने का समर्थन करते हैं. यही नहीं, सत्याल ने बताया कि एक अप्रैल को बोर्ड के नए सचिव के रूप में मधु नेगी चौहान ने पदभार ग्रहण किया था और आज करीब 3 माह का समय पूरा होने को है लेकिन अभी तक कोई कार्य नहीं हुआ है. हालांकि, इस संबंध में सत्याल ने शासन के आला अधिकारियों से बात भी की थी लेकिन अभी उसका कोई निष्कर्ष नहीं निकल पाया है.
हरक कर रहे झूठी बयानबाजी
सत्याल ने इस बात का भी जिक्र किया कि हाल ही में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा था कि उन्हें हटाने के लिए कई मंत्रियों से उनकी बातचीत हुई है. इस बारे में जब सत्याल ने खुद कुछ मंत्रियों से बातचीत की तो उन्होंने साफ कहा कि उन लोगों ने सत्याल को हटाने के लिए मुख्यमंत्री से पैरवी नहीं की है. इसके साथ ही सत्याल ने कहा कि कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत लगातार झूठी बयानबाजी कर रहे हैं. ऐसे में प्रदेश नेतृत्व और मुख्यमंत्री को उनका संरक्षण करना चाहिए.