देहरादून: कोरोना की वजह सुस्त पड़ी पर्यटन गतिविधियों का रफ्तार देने के लिए राज्य सरकार तमाम काम कर रही है. इसमें नए पर्यटकों स्थलों को विकसित करने के साथ साहासिक पर्यटन को बढ़ावा देने भी शामिल है. जिसमें से एक वाटर स्पोर्ट्स भी है, जिसे राज्य सरकार 12 महीने चलाने पर जोर दे रही है. इसके लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पर्यटन विभाग को निर्देश भी दिए थे. ताकि मॉनसून सीजन में भी वाटर स्पोर्ट्स से संबंधित गतिविधियां की जा सके.
एडवेंचर टूरिज्म की दिशा में बड़ा कदम मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के निर्देश पर पौड़ी जिले में साहसिक पर्यटन की संभावनाओं को तलाश गया. सीएम के पैतृव गांव सतपुली में पर्यटन विभाग ने एंगलिंग कैंप बनाकर नयार घाटी में भी एडवेंचर टूरिज्म की दिशा में शानदार काम किया है. अब यहां मॉनसून सीजन में भी लोग नदी में राफ्टिंग कर सकेंगे.
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मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने बताया कि राज्य के भीतर कई छोटी-बड़ी नदियां हैं. बड़ी नदियों में तो शीतकाल और ग्रीष्मकाल के दौरान राफ्टिंग और वाटर स्पोर्ट्स समेत अन्य साहासिक खेलों का आयोजन हो सकती है, लेकिन छोटी नदियों में बरसात के दिनों में राफ्टिंग और कयाकिंग दोनों हो सकती है. एक तरह से कहां जाए तो बरसात के दिनों में भी हम वाटर स्पोर्ट्स से जुड़ी कई गतिविधियां छोटी नदियों में कर सकते हैं. इससे पर्यटकों को उत्तराखंड में 12 महीने राफ्टिंग और कयाकिंग करने का मौका मिलेगा. इससे उत्तराखंड में पर्यटन सीजन पांच-छह महीने का नहीं बल्कि 12 महीने का हो जाएगा. इसको लेकर पर्यटन विभाग को निर्देशित किया गया था, जिसे पर विभाग ने काम करना भी शुरू कर दिया है.