देहरादून: उत्तराखंड में ब्लैक फंगस महामारी के मामले बढ़ने के साथ ही इसकी दवा को लेकर कमी भी महसूस की जाने लगी है. कई तीमारदार अपने मरीजों के लिए सीएमओ कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं. इसके बाद भी उन्हें इंजेक्शन नहीं मिल पा रहा है.
वहीं राज्य के लिए अच्छी खबर यह है कि ब्लैक फंगस की दवा उत्तराखंड दो फैक्ट्रियों में जल्द ही बननी शुरू हो जाएगी. यही नहीं राज्य को केंद्र से इंजेक्शन की एक खेप भी मिल गई है. ब्लैक फंगस के इलाज में काम आने वाली दवाई एंफोटरइसिन-बी की कमी को दूर करने के प्रयास लगातार जारी है. इस दिशा में एक तरफ राज्य को केंद्र से 500 इंजेक्शन मिल चुके हैं. वहीं राज्य में दो फैक्ट्रियां भी इस दवा को बनाने के लिए तैयार है. केंद्र की टीम भी इन फैक्ट्रियों को निरीक्षण कर चुकी है.