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देश की रक्षा में उत्तराखंड का अहम योगदान, सैन्य मामलों पर हुआ चिंतन

राज्य सरकार ने सैनिकों और पूर्व सैनिकों की समस्याओं को दूर करने के लिए शासन स्तर अपर मुख्य सचिव और जिला स्तर अपर जिलाधिकारी को नोडल अधिकारी तैनात किया है.

देहरादून

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Published : Nov 4, 2019, 6:30 PM IST

Updated : Nov 4, 2019, 8:35 PM IST

देहरादून: सैन्य बाहुल्य प्रदेश उत्तराखंड के स्थापना दिवस कार्यक्रमों में सैन्य क्षमताओं और दूसरे गंभीर विषयों पर चिंतन किया गया. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे. इस दौरान राज्य में सेना के विभिन्न कार्यों को लेकर भी बातचीत हुई.

उत्तराखंड की त्रिवेंद्र सरकार इन दिनों राज्य स्थापना सप्ताह मना रही है. इस दौरान त्रिवेंद्र सरकार ने सैनिकों के सम्मान और उनके हितों को लेकर किए जा रहे कार्यों की भी प्रदेशवासियों को जानकारी दी. सैन्य बाहुल्य प्रदेश में राज्य स्थापना सप्ताह के मौके पर सेना को लेकर चिंतन किया गया. जिसमें युवाओं की सेना में भागीदारी बढ़ाने, देश की मौजूदा सैन्य ताकत समेत आगामी खतरों को लेकर भी वार्ता की गई.
इस दौरान राज्य सरकार की तरफ से खुद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सैनिकों के लिए उठाए जा रहे कदमों के बारे में जानकारी दी. मुख्यमंत्री ने शहीद डिप्टी कमांडेंट भगवती प्रसाद भट्ट की पत्नी स्वाती भट्ट को उत्तराखंड सरकार की ओर से नियुक्ति पत्र भी दिया.

सैन्य मामलों पर हुआ चिंतन

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बता दें कि राज्य सरकार ने सैनिकों और पूर्व सैनिकों की समस्याओं को दूर करने के लिए शासन स्तर अपर मुख्य सचिव और जिला स्तर अपर जिलाधिकारी को नोडल अधिकारी तैनात किए है. साथ ही शहीद सैनिकों व अर्ध सैनिकों के एक परिजन को योग्यता के अनुसार सरकारी नौकरी में समायोजित कर रहे हैं. इस दौरान देहरादून में पांचवें धाम के रूप में सैन्य धाम स्थापित करने के लिए 60 बीघा जमीन नगर निगम द्वारा दी जा चुकी है.

Last Updated : Nov 4, 2019, 8:35 PM IST

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