उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

लोक कलाकारों का छलका दर्द, कहा- सरकार नहीं ले रही उनकी सुध

उत्तराखंड फिल्म टेलीविजन एंड रेडियो एसोसिएशन (उफ्तारा) से जुड़े लोक कलाकारों में सरकार पर उपेक्षा का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि कोरोना महामारी में उनकी स्थिति खराब हो गई है, लेकिन सरकार उनकी सुध नहीं ले रही है.

folk artist
लोक कलाकार

By

Published : Apr 7, 2021, 2:50 PM IST

देहरादूनःबीते 25 सालों तक उत्तराखंड की सेवा करते रहे लोक कलाकारों के घरों में राशन तक की व्यवस्था नहीं है. कोरोना के चलते उत्तराखंड के कई मशहूर कलाकार आज हमारे बीच नहीं है. जिन्होंने अपनी जिंदगी के 25 से 30 साल उत्तराखंड की संस्कृति और भाषा को बचाए रखने में बिताए. उन कलाकारों के परिवार आज किस हाल में है, इसकी सुध लेने की जहमत उत्तराखंड सरकार नहीं उठा रहा है. जिसे लेकर उफ्तारा के लोक कलाकार काफी आक्रोश में हैं.

लोक कलाकारों का छलका दर्द.

उत्तराखंड फिल्म टेलीविजन एंड रेडियो एसोसिएशन (उफ्तारा) के अध्यक्ष प्रदीप भंडारी का कहना है कि उन्होंने उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से भी काफी बार लोक कलाकारों को प्रोत्साहन देने के विषय में अनुरोध किया था, लेकिन उनकी ओर से इस विषय पर कोई प्रतिक्रिया लेना तो दूर वे लोक कलाकारों से मिले तक नहीं है. जबकि, लॉकडाउन के दौरान उनकी हालत ज्यादा खराब हुई है.

ये भी पढ़ेंःकुंभ 2021: जूना अखाड़े की पेशवाई में दिखी लोक संस्कृति की झलक

वहीं, प्रदीप भंडारी का कहना है कि उन्होंने उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से भी लोक कलाकारों की स्थिति पर ध्यान देने का अनुरोध किया है. लोक कलाकारों को प्रोत्साहन दिलवाने की उफ्तारा की यह कोशिश आगे भी जारी रहेगी.

ABOUT THE AUTHOR

...view details